राजस्थान (Rajasthan) में विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार (26 अक्टूबर) को बड़ी कार्रवाई की. ED ने पहले प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासर के आवास पर छापेमारी की और उसके कुछ देर बाद राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव को समन भेज पेश को कहा है.
ED ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में वैभव को तलब किया है. NDTV के अनुसार, वैभव गहलोत को शुक्रवार को जयपुर या नई दिल्ली में जांच एजेंसी के कार्यालय के सामने पेश होने के लिए कहा गया है.
ये समन राजस्थान स्थित हॉस्पिटैलिटी ग्रुप ट्राइटन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्रा. लिमिटेड, वर्धा एंटरप्राइजेज प्रा. लिमिटेड और इसके निदेशक और प्रमोटर शिव शंकर शर्मा, रतन कांत शर्मा और अन्य से जुड़े हुए हैं.
एजेंसी ने अगस्त में तीन दिनों तक जयपुर, उदयपुर, मुंबई और दिल्ली में समूह और उसके प्रमोटरों की तलाशी ली थी. इन तलाशी के बाद ईडी ने 1.2 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की थी.
अशोक गहलोत ने क्या कहा?
राजस्थान के CM अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा, "दिनांक 25/10/23 राजस्थान की महिलाओं के लिए कांग्रेस की गारंटियां लॉन्च दिनांक 26/10/23 -राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के यहां ED की रेड - मेरे बेटे वैभव गहलोत को ED में हाजिर होने का समन अब आप समझ सकते हैं, जो मैं कहता आ रहा हूं कि राजस्थान के अंदर ED की रेड रोज इसलिए होती है क्योंकि बीजेपी ये नहीं चाहती कि राजस्थान में महिलाओं को, किसानों को, गरीबों को कांग्रेस द्वारा दी जा रही गारंटियों का लाभ मिल सके."
ED ने वैभव गहलोत को क्यों किया तलब?
इस साल की शुरुआत में, बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीना ने प्रवर्तन निदेशालय में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के काले धन को सफेद करने के लिए कुछ व्यावसायिक उद्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
सीएम के बेटे वैभव गहलोत और छोटे गहलोत के व्यापारिक सहयोगी बताए गए एक व्यक्ति के खिलाफ शिकायत में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत कार्रवाई की मांग की गई है.
डोटासरा के घर रेड क्यों?
प्रवर्तन निदेशालय सरकारी स्कूल शिक्षकों की भर्ती के लिए पिछले साल परीक्षा पत्र कथित तौर पर लीक होने के मामले में राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के जयपुर और सीकर घरों की तलाशी ले रहा है.
एजेंसी के अधिकारी, CRPF के जवानों के साथ, महुवा विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक और जिन्हें अगले महीने होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट दिया गया है, ओमप्रकाश हुड्डा से जुड़े परिसरों की भी तलाशी ले रहे हैं.
NDTV के अनुसार, गुरुवार सुबह तलाशी राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारा से पूछताछ के बाद हुई, जिस पर परीक्षा पत्र लीक करने का आरोप है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
इससे पहले पिछले हफ्ते एजेंसी ने कांग्रेस नेता दिनेश खोदानिया और अन्य के आवासीय परिसरों सहित सात और स्थानों पर छापे में 12 लाख रुपये नकद और "आपत्तिजनक" दस्तावेज जब्त किए थे.
ईडी ने कहा है कि कुल मिलाकर, छापेमारी से अनुमानित 24 लाख रुपये बरामद हुए हैं.
खोदनिया ने PTI से कहा कि एजेंसी की कार्रवाई "राजनीति से प्रेरित" है. उन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारा से संबंध होने का दावा करने के लिए BJP के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की बात की, जिन्हें सितंबर में गिरफ्तार किया गया था.
ईडी की पूछताछ आरोपियों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों से जुड़ी है, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने "एक-दूसरे के साथ मिलकर पेपर लीक किया और प्रति उम्मीदवार 8-10 लाख रुपये में पेपर बेच दिया".
एजेंसी ने तब से राज्य पुलिस द्वारा दायर मामलों को अपने हाथ में ले लिया है, और सितंबर में, एक अनिल कुमार मीना को भी गिरफ्तार किया था, जिसने कथित तौर पर अपने आपराधिक सिंडिकेट के माध्यम से उम्मीदवारों को इसकी आपूर्ति की थी.
PM मोदी ने भी विवाद का किया था जिक्र
इस विवाद का पीएम नरेंद्र मोदी ने भी जिक्र किया था. उन्होंने इस महीने राजस्थान में एक रैली को संबोधित करते हुए अशोक गहलोत सरकार पर हमला किया और उन पर "राजस्थान में लाखों युवाओं" का भविष्य बर्बाद करने का आरोप लगाया था.
जोधपुर में बोलते हुए, उन्होंने एक "लाल डायरी" का भी जिक्र किया और दावा किया कि इसमें "कांग्रेस द्वारा भ्रष्टाचार के हर काले कृत्य" शामिल हैं और घोषणा की कि यदि राज्य में बीजेपी सरकार आती है, तो अपने प्रतिद्वंद्वियों के अवैध कार्यों की जांच करेगी.
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