राजस्थान में विधानसभा चुनावों की सरगर्मियां तेज होने के साथ ही नए राजनीतिक दल भी अस्तित्व में आने लगे हैं. बीते तीन महीने में ही नौ ऐसे राजनीतिक दल रजिस्टर्ड हुए हैं जिनके हेडक्वार्टर राजस्थान में है. इसके साथ ही कम से कम पांच और राजनीतिक पार्टी फिलहाल रजिस्ट्रेशन के प्रोसेस में हैं.
इलेक्शन कमीशन की जानकारी के मुताबिक, इस साल 20 जून से लेकर 26 सितंबर के दौरान देश भर में कुल 58 नए राजनीतिक दलों का रजिस्ट्रेशन हुआ है. इनमें से 9 केवल राजस्थान से ही हैं.
राजस्थान के लिए बने नए राजनीतिक दलों में ग्रीन पार्टी ऑफ इंडिया (जयपुर), राजस्थान अतुल्य युवा पार्टी (जयपुर), राजस्थान किसान पार्टी (डीग, भरतपुर), पंच पार्टी (करौली), अभिनव राजस्थान पार्टी नागौर, भारतीय जनसत्ता पार्टी (सीकर), सर्वशक्ति दल (जयपुर) और भारत वाहिनी पार्टी (जयपुर) शामिल हैं.
इलेक्शन कमीशन ने इन दलों का रजिस्ट्रेशन कर दिया है. वहीं राजस्थान के एड्रेस वाले करीब आधा दर्जन राजनीतिक दल इस समय रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में है. इन दलों में भारतीय जनतांत्रिक पार्टी (बगरू), जय अंबडेकर सेना (भारत) (धोलीपाल, हनुमानगढ़), राजस्थान नवनिर्माण पार्टी जोधपुर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (नागौर) और विकास मंच (नोखा) है.
भारतीय जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 29ए के तहत नए राजनीतिक दल का रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है. राजनीतिक विश्लेषकों की माने, तो नई पार्टियों के रजिस्ट्रशन से यही इशारा मिलता है कि दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार और अधिक राजनीतिक दल अपना भाग्य आजमाएंगे.
पिछले राजस्थान विधानसभा चुनाव (2013) में छह राष्ट्रीय दलों के साथ-साथ दस राज्य स्तरीय दलों और 40 रजिस्टर्ड लेकिन गैर मान्यता प्राप्त दलों ने भाग्य आजमाया था. कुल मिलाकर 200 विधानसभा सीटों के लिए 2096 उम्मीदवार आखिर तक मैदान में डटे रहे जिनमें 166 महिला प्रत्याशी शामिल हैं.
इसके अलावा, बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे. इस बार यह संख्या और ज्यादा रहने का अनुमान है. जाट नेता और खींवसर के विधायक हनुमान बेनीवाल 29 अक्टूबर को नए दल का ऐलान करेंगे. घनश्याम तिवाड़ी पहले ही भारत वाहिनी के साथ चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर चुके हैं. अभिनव राजस्थान पार्टी भी जोर शोर से प्रचार में लगी है.
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