राजस्थान (Rajasthan) के अलवर के तिजारा (Tijara) फाटक पुलिया पर नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप के मामले में नया मोड़ आया है. अलवर एसपी तेजस्वनी गौतम शुक्रवार देर शाम को जयपुर के जेके लॉन अस्पताल के एक्सपर्ट पैनल के आधार पर दावा किया कि नाबालिग लड़की से रेप नहीं हुआ है.
एसपी के इस बयान के बाद अब पुलिस के सामने बड़ा सवाल यह है कि आखिर लड़की लहूलुहान कैसे हुई, अब पुलिस ने इस एंगल पर जांच को केंद्रित किया है.
अलवर के एसपी ने बताया कि 11 जनवरी की शाम करीब सात बजकर 31 मिनट पर बच्ची पुलिया पर चढ़ती नजर आई उसके साथ कोई संदिग्ध नजर नहीं आया, लेकिन 10 मिनट बाद बालिका लहुलुहान मिली है. उन्होंने कहा इन्हीं 10 से 15 मिनट के बीच क्या हुआ इस पर जांच की जा रही है.
चोटें तो आई है लेकिन रेप जैसी चोटें नहीं लग रही
एसपी ने कहा कि मेडिकल एक्सपर्ट की रिपोर्ट के अनुसार बालिका के प्राइवेट पार्ट्स में चोट आई है, लेकिन उसके साथ बलात्कार हुआ है ऐसे तथ्य सामने नहीं आए हैं. एसपी ने ये मेडिकल एक्सपर्ट, फॉरेंसिक एक्सपर्ट और टेक्निकल तथ्यों के आधार पर बताया है.
मेडिकल टीम ने बालिका के प्राइवेट पार्ट्स में हुई इंजरी के बारे में भी बताया है. अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची से किसी तरह का सैक्शुअल असॉल्ट हुआ है ऐसे तथ्य सामने नहीं आए है. मेडिल टीम ने कहा, "जैसे ही हमारे पास नए एविडेंस आते हैं, उस हिसाब से हम आगे के नतीजे पर पहुंचेंगे."
सीसीटीवी कैमरे की जांच के बाद क्या सामने आया?
मामले में सीसीटीवी फूटेज भी मिला है जिसके अनुसार एसपी ने कहा कि बच्ची सीसीटीवी में अकेले नजर आ रही है. सब जगहों पर पैदल चलती दिखाई दी है. कहीं कोई घटना होने जैसा नहीं लगा. गांव से शहर में ऑटो से आई, ऑटो को ट्रेस किया गया है. चालक से पूछताछ हुई है.
उन्होंने कहा कि, "ऑटो के सैंपल लिए गए हैं वहां भी बच्ची से ज्यादती जैसा कुछ सामने नहीं आया है. पुलिस ने तीन दिन में 300 सीसीटीवी कैमरे खंगाले हैं. पुलिस दिन-रात काम कर रही है."
एसपी ने आगे बताया कि,
"नाबालिग के कपड़ों को लेकर जांच जारी है. अभी तक मेडिकल और टेक्निकल रिपोर्ट को सामने रखें तो डॉक्टर का मानना है कि सेक्शुअल ऑर्गन इंटेक्ट हैं. हम सब एंगल पर अनुसंधान कर रहे हैं."
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