गुजरात के राजकोट से गणतंत्र दिवस की कवरेज के लिए पत्रकारों को मोटा पैसा देने की खबर सामने आई है और ये पैसा किसी नेता नहीं बल्कि राजकोट के कलेक्टर की तरफ से दिया गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक कलेक्टर ने पत्रकारों को गणतंत्र दिवस की अच्छी कवरेज के लिए 50-50 हजार रुपये के चेक बांटे. अब इस मामले के सामने आने के बाद जांच के आदेश दिए जा चुके हैं.
पत्रकारों को ऐसे चेक बांटे जाने की खबर सामने आते ही कलेक्टर ने अपने बचाव में कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि 8 पत्रकारों को 50 हजार रुपये के चेक दिए गए, इन सभी में कलेक्टर के हस्ताक्षर थे.
विज्ञापन के लिए दिया पैसा
रिश्वत लेने की खबरों के बाद राजकोट जिला प्रशासन हरकत में आया और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई. जिसमें प्रशासन की तरफ से जवाब दिया गया कि ये चेक विज्ञापन के लिए दिए गए थे. उनकी तरफ से बताया गया कि गणतंत्र दिवस पर विज्ञापन दिए गए थे. जिनका शुल्क चेक के जरिए चुकाया गया. ये विज्ञापन राज्य के गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारियों को लेकर दिए गए थे. बताया गया कि इस कार्यक्रम में खुद सीएम विजय रुपाणी भी मौजूद थे.
कलेक्टर ने चेक पर सफाई देते हुए बताया कि गणतंत्र दिवस के लिए अलग-अलग दानदाताओं से फंड लिया गया था. उन्होंने बताया-
राजकोट में गणतंत्र दिवस के मौके पर ये कार्यक्रम आयोजित हुआ था. जो फंड इकट्ठा किया गया, उसके लिए एक बैंक अकाउंट भी खोला गया. इसके लिए सभी डोनेशन क्रॉस चेक से लिए गए थे. इस फंड को बकायदा चार्टेड अकाउंटेंट ने ऑडिट भी किया था.
इस पूरे घटनाक्रम में कुछ लोकल अखबार ऐसे भी थे, जिन्होंने दावा किया कि उन्हें बिना विज्ञापन छापे ही 50 हजार रुपये का चेक ऑफर किया गया था. इस पर सवाल पूछे जाने के बाद उन्हें बताया गया कि कार्यक्रम अच्छा रहा, आप लोग इसे रख सकते हैं.
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