अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर में निधि समर्पण अभियान शुरुआत हो चुकी है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पहला दान दिया था. इस बीच यूपी के मुरादाबाद में राम मंदिर निर्माण के नाम पर कथित हिंदू संगठनों द्वारा ठगी का मामला सामने आया है. राम मंदिर निधि समर्पण समिति के मंत्री प्रभात गोयल ने चार लोगों के खिलाफ मुरादाबाद के थाना सिविल लाइंस में अवैध रूप से चंदा जमा करने के आरोप में FIR दर्ज कराई है.
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
इससे पहले भी यूपी सरकार में पंचायती राज कैबिनेट मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के साथ ही सीएम योगी का फोटो लगी रसीद से चंदा वसूली का मामला सामने आया था. राम मंदिर निर्माण के नाम पर चंदा वसूली करने के आरोप में बीजेपी के जिला अध्यक्ष राजपाल चौहान द्वारा थाना मझौला में मुकदमा दर्ज कराया गया था.
यूपी के कैबनेट मंत्री भूपेन्द्र सिंह का कहना था कि ऐसे लोगों पर दंडात्मक कार्यवाई जानी चाहिए, चंदे की रसीद परमुख्यमंत्री, मंत्री और सम्मानित नेताओ के फोटो छपे हैं जो गलत है.
विश्व हिंदू परिषद ले रही है सहयोग राशि
निधि समर्पण अभियान के तहत राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिन्दू परिषद लोगों का समर्पण और सहयोग राशि लेगी. इस दौरान 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन होंगे. 2000 रुपए से ज्यादा सहयोग करने वालो को रसीद दी जाएगी. इस चंदे के माध्यम से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य संपन्न होगा. कार्यकर्ता टोलियां बनाकर घर-घर जा रहे हैं और राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण निधि की मांग कर रहे हैं.
यूपी, एमपी, आंध्र प्रदेश के अलावा कई राज्यों में बीजेपी भी चंदा जुटाने की कोशिश में है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एक लाख रुपए की सहयोग राशि का चेक देते हुए कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं बल्कि राष्ट्र मंदिर बन रहा है. आंध्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख सोमू वीरराजू ने 50,000 रुपये का दान दिया. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी 12 जनवरी को राज्य में राम जन्मभूमि न्यास के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए चंदा जुटाने के अभियान को लॉन्च किया.
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