पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद ने बुधवार को मुमुक्षु आश्रम में अपना जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाया. यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेल के मामले में जमानत पर बाहर चल रहे चिन्मयानंद को उनके जन्मदिन पर बधाई देने के लिए सैकड़ों की संख्या में समर्थक जुटे. उन्होंने रामायण पाठ सुना और राम मंदिर आंदोलन में भाग लेने वालों की तारीफ की.
उन्होंने कहा, "जिन लोगों ने अयोध्या के लिए कार सेवा की, वह सच्चे योद्धा हैं. चूंकि मंदिर निर्माण होने जा रहा है, ऐसे में उनका सम्मान होना चाहिए." आश्रम के प्रबंधकों के अनुसार, समारोह की शुरुआत को चिह्न्ति करने के लिए मंगलवार शाम रामायण के 'सुंदरकांड' का पाठ किया गया. इस मौके पर विशेष प्रसाद की व्यवस्था की गई थी, जिसे भक्तों में बांटा गया.
क्या लगे हैं आरोप?
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने स्थानीय हिंदू युवा वाहिनी इकाई द्वारा आश्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में भी भाग लिया. संयोग से चिन्मयानंद को जमानत देने वाले हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को खारिज कर दी थी. गौरतलब है कि चिन्मयानंद के ट्रस्ट से चलने वाले शाहजहांपुर लॉ कॉलेज की एक छात्रा ने उनपर कथित तौर पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद पिछले साल 20 सितंबर को आईपीसी की धारा 376 सी के तहत दुष्कर्म के आरोप में चिन्मयानंद की गिरफ्तार हुई थी. समानांतर मामले में पीड़िता पर चिन्मयानंद ने कथित रूप से ब्लैकमेल कर धन मांगने का आरोप लगाया था. हाईकोर्ट ने 4 दिसंबर को चिन्मयानंद को जमानत दे दी थी.
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