मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) सरकार ने एक ऐसा फरमान जारी किया है जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खिंचा है. इसके तहत सतना जिले में स्थित मैहर शारदा मंदिर (Maihar Maa Sharda Temple) के प्रबंध समिति से मुस्लिम कर्मचारियों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही धार्मिक नगरी से मांस मदिरा की दुकान हटाने का आदेश जारी हुआ है. इस आदेश से मैहर माई की पिछले 35 सालों से सेवा कर रहे दो मुस्लिम कर्मचारियों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं.
मैहर शारदा प्रबंध समिति में दो मुस्लिम कर्मचारी कार्यरत हैं जो साल 1988 से इसके लिए काम कर रहे हैं. वहीं यह फरमान हिन्दू संगठनों की मांग पर धार्मिक न्यास मंत्री के हवाले से ये सरकारी आदेश पर जारी हुआ है.
शारदा प्रबंध समिति से मुस्लिम कर्मचारियों को हटाने का यह निर्देश 5 अप्रैल, 2023 को जारी हुआ है. इस पत्र में लिखा गया है कि अब मैहर मंदिर के प्रबंध समिति में मुस्लिम कर्मचारी काम नहीं करेंगे. इसके अलावा धार्मिक नगरी से मांस-मदिरा की दुकान हटाने का भी आदेश जारी हुआ है. वहीं इस आदेश पत्र पर उप सचिव पुष्पा कलेश का हस्ताक्षर किया हुआ है.
35 साल से माई की सेवा में लीन ये दोनों मुस्लिम कर्मचारी अब इस फरमान से एक झटके में बाहर हो सकते हैं. आदेश के बाद दोनों कर्मचारी डरे- सहमें हैं और उन्हें रोजी-रोटी छीन जाने का डर सता रहा है.
पत्र मिल चुका है. अब शारदा प्रबंध समिति की बैठक में ये मामला रखा जाएगा. बैठक में जो निर्णय होगा उस आधार पर आगे की कार्यवाही होगी.धर्मेंद्र मिश्रा, प्रशासक मां शारदा प्रबंध समिति
हिंदू संगठन ने रखी थी मांग
सतना जिले के हिंदू संगठन ने मंत्री ऊषा ठाकुर को ज्ञापन देकर मंदिर से मुस्लिम कर्मचारियों को हटाने की मांग की थी. इसी मांग के बाद मंत्री ने विभाग को निर्देश दिए और तीन दिन में इस आदेश को पालन करने की बात कही है. वहीं इस तुगलकी फरमान से हिन्दू संगठन अपनी जीत बता रहे हैं और जल्द ही माता की भव्य आरती करने की रणनीति बना रहे हैं.
इस तुगलकी फरमान पर प्रशासन मीडिया से बात करने के लिए तैयार नहीं है. प्रशासन धर्मेंद्र मिश्रा भी इस फरमान पर कुछ बोलने के लिए राजी नहीं हुए. वहीं जिला कलेक्टर ने भी इस फरमान पर कन्नी काटते रहे.
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