एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु (Tamil Nadu) सरकार ने तमिलनाडु के सरकारी सेवाओं और राज्य द्वारा संचालित सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में नौकरी के लिए तमिल भाषा के एग्जाम (Tamil exam) को क्वालीफाई करना अनिवार्य कर दिया है. क्वालीफाई करने के लिए पेपर में कम-से-कम 40 % नंबर लाना जरूरी होगा. न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार, 3 दिसंबर को राज्य सरकार ने इसको लेकर आदेश पारित किया है.
यह आदेश राज्य भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों के लिए तमिल परीक्षा को पास करना अनिवार्य कर दिया है. ANI ने इसके लिए राज्य के वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन द्वारा साझा की गई जानकारी का हवाला दिया. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि
"परीक्षा क्वालिफाइंग नेचर की होगी और राज्य में सरकारी नौकरी पाने के लिए इस परीक्षा में कम से कम 40% अंक हासिल करना अनिवार्य है... यह नई नीति सामाजिक न्याय को कायम रखने में मदद करेगी. सरकारी स्कूल के स्टूडेंट्स को भर्ती प्रक्रिया में महत्व दिया जाएगा"
आदेश के अनुसार यदि कोई अभ्यर्थी क्वालीफाइंग तमिल भाषा के पेपर में पास नहीं होता है, तो अन्य विषय के पेपर के स्कोर को मूल्यांकन के लिए नहीं लिया जाएगा.
शिक्षक भर्ती बोर्ड, चिकित्सा सेवा भर्ती बोर्ड, तमिल नाडु सर्विसेज रिक्रूटमेंट बोर्ड और तमिल नाडु फॉरेस्ट यूनिफॉर्मड रिक्रूटमेंट कमिटी सहित अन्य राज्य भर्ती एजेंसियां इसी तरह के दिशानिर्देश जारी करेंगी.
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