कन्नौज से डिंपल यादव 6 अप्रैल को नामांकन करेंगी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि कन्नौज से उनकी पत्नी डिंपल यादव गठबंधन की प्रत्याशी हैं. डिंपल 6 अप्रैल को अपना नामांकन करेंगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार डिंपल की जीत का अंतर और ज्यादा बढ़ेगा. सपा मुखिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सही विकास समाजवादियों ने किया है. प्रदेश का लगातार विकास किया है. कन्नौज में भी लगातार काम किया है.
उन्होंने कहा कि केंद्र के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार से जनता बेहद नाराज है. अब जनता दोनों से सवाल पूछेगी. आपने कौन सा विकास कार्य और कहां कराया, जनता को हिसाब देना होगा. जनता को साजिश करने वालों से सावधान भी रहना होगा.
अखिलेश ने भाजपा के 'मैं भी चौकीदार अभियान' पर कहा कि चायवाला और चौकीदार अभियान से कुछ नहीं होगा. देश के असली चौकीदार इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें कब सरकारी नौकरी मिलेगी.
कांग्रेस का घोषणापत्र 55 वर्षो के अधूरे वादों का नया संकलन : योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के घोषणापत्र को 55 पेज का 55 वर्षो के उबाऊ और पुराने अधूरे वादों का नया संकलन बताया है. उन्होंने कहा कि जनता ने इन्हें पहले भी खारिज किया है और दोबारा खारिज करेगी. योगी ने कहा कि दरअसल, कांग्रेस पार्टी भारत के स्वतंत्र होने के बाद से इसी तरह की चुनावी खोखली घोषणाएं करती आ रही है और सत्ता में आने के बाद जिस भी तरह के घोटाले संभव हो सकते हैं, करती है. जनता यह जानती है, इसलिए जनता ने पहले भी इन्हें खारिज किया है और इन्हें दोबारा भी खारिज करेगी.
योगी ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में बोल्ड करके बार-बार लिखा है ‘हमने ऐसा पहले भी किया है, और हम इसे दोबारा भी करेंगे.’ पूरा देश जानता है कि कांग्रेस पार्टी ने 55 वर्षो तक देश की जनता के साथ सिर्फ अन्याय ही किया है. राहुल गांधी ने खुद कहा है कि ‘हम जो करते आए हैं, उसे हम निभाएंगे.’
उन्होंने कहा कि बीजेपी की कथनी-करनी में कोई फर्क नहीं है. यह नरेंद्र मोदी की सरकार के 55 महीने के कार्यकाल में साफ दिखा है. जबकि कांग्रेस की कथनी-करनी का अंतर पिछले 55 सालों में जनता ने देखा और झेला है. कांग्रेस का घोषणापत्र छलावों का पुलिंदा है, नए कलेवर में अपने दशकों पुराने झूठ इकठ्ठा कर कांग्रेस ने हर बार की तरह कागज पर अपना घोषणापत्र बनाया है.
पश्चिमी यूपी में बीजेपी ने प्रचार में झोंकी ताकत, विपक्ष सुस्त
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी आठ जिलों में होने वाले प्रथम चरण के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. जबकि विपक्ष का प्रचार काफी सुस्त है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अनेक बड़े नेता अपने प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभाएं कर माहौल बनाने में लगे हैं.
बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 मार्च को मेरठ में जनसभा करके अपने चुनावी प्रचार अभियान की विधिवत शुरुआत की थी. इसके बाद शाह लगातार पश्चिमी उप्र के प्रचार पर अपनी पैनी नजर रखे हुए हैं. उन्होंने भी 31 मार्च को बिजनौर और बागपत में सभाएं की हैं. मुख्यमंत्री योगी ने 24 मार्च को साहरनपुर शाकुंभरी देवी मंदिर से पूजा-अर्चना करके प्रचार अभियान की शुरुआत की थी. वह मथुरा की सांसद हेमा मालिनी के साथ भी एक जनसभा को संबोधित कर चुके हैं.
यही नहीं, प्रधानमंत्री मोदी पांच अप्रैल को उप्र के अमरोहा में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके अलावा वह अलीगढ़ और मथुरा के प्रत्याशियों के लिए जनसभाएं करने वाले हैं. वहीं योगी तीन अप्रैल को मेरठ और बागपत में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे.
दूसरी ओर कांग्रेस और गठबंधन की ओर से अभी तक कोई बड़ा नेता चुनाव प्रचार में नहीं उतरा है. विपक्षी दलों की ओर से न तो कोई बड़ी चुनावी जनसभा ही हुई है. हालांकि गठबंधन की ओर से अप्रैल के प्रथम सप्ताह में ही सहारनपुर में एक चुनावी जनसभा होनी है.
कांग्रेस की ओर से बागपत और मुजफ्फरनगर में कोई उम्मीदवार नहीं है. सहारनपुर में आठ अप्रैल को एक जनसभा प्रस्तावित है. हालांकि पश्चिमी उप्र के कांग्रेस प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया अभी तक प्रचार करने नहीं पहुंचे हैं. कांग्रेस की ओर से बताया जा रहा है कि सिंधिया रोड शो और नुक्कड़ सभाएं करेंगे.
बलिया के डीएम से हाथापाई में बीजेपी नेता गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के बलिया में जिलाधिकारी और बीजेपी कार्यकर्ता के बीच हुई हाथापाई के मामले में बीजेपी नेता विनोद तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने कहा, "आरोपी विनोद तिवारी पर 12 मुकदमे हैं. जब उन्हें पता चला कि हम उसकी जांच कर रहे हैं तो उन्होंने अपने पक्ष में रिपोर्ट लगाने को कहा. इस दौरान उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि मैं दो महीने जेल में था, तुम बलिया की राजनीति को नहीं जानते हो. इस दौरान उन्होंने जमकर अभद्रता की और मेरे साथ धक्का-मुक्की भी की."
बीजेपी नेता विनोद तिवारी ने अपनी सफाई में कहा, "जिलाधिकारी और तहसीलदार ने मुझ पर हाथ उठाने की कोशिश की तो मैंने उनका हाथ पकड़ लिया. उनके बुलाने पर मैं वहां गया और कुर्सी पर बैठ गया. इस पर मुझे अपराधी कहते हुए कुर्सी पर बैठने से मना कर दिया गया. इस पर मैंने कहा कि मेरे ऊपर राजनीतिक मुकदमे जरूर हैं, लेकिन मैं अपराधी नहीं हूं. इस पर जिलाधिकारी अनर्गल बातें करने लगे और उन्होंने अभद्र शब्दों का प्रयोग किया, हाथ भी उठा दिया, तो मैंने उनका हाथ पकड़ लिया. तहसीलदार ने भी हाथ उठाया तो मैंने उनका भी हाथ पकड़ लिया."
आप गाजियाबाद में SP-BSP-RLD उम्मीदवार को समर्थन देगी
आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को घोषणा की कि वह गाजियाबाद लोकसभा सीट से एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार सुरेश बंसल का समर्थन करेगी. आप के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि आप के इस फैसले का उद्देश्य बीजेपी की हार सुनिश्चित करना है. आप इस सीट पर चुनाव नहीं लड़ रही है जबकि उसने 2014 में यहां से चुनाव लड़ा था. आप के पश्चिमी उत्तर प्रदेश इकाई के संयोजक सोमेंद्र ढाका ने कहा, ‘‘आप का रुख साफ है, वह है- मोदी..शाह की जोड़ी को सत्ता से हटाना.’’
उन्होंने कहा कि बंसल ने आप के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह से सम्पर्क किया था और चर्चा के बाद फैसला पार्टी नेतृत्व और कार्यकर्ताओं द्वारा लिया गया. उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार हमें करीब एक लाख वोट मिले थे, जिसका मतलब है कि गाजियाबाद में हमारी मौजूदगी है और हमारे समर्थक हैं. हमने हाल में मेयर का चुनाव लड़ा था और अच्छी संख्या में वोट हासिल किए थे.’’ ढाका ने कहा कि आरएलडी के साथ भी एक सहमति बनी है कि आप बागपत में जयंत चौधरी और मुजफ्फरनगर में अजीत सिंह का समर्थन करेगी.
(इनपुट: IANS / भाषा)
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