तन्वी के पासपोर्ट मामले पर अधिकारी ने दी सफाई
उत्तर प्रदेश की राजधानी के रतन स्क्वायर स्थित पासपोर्ट ऑफिस में तन्वी सेठ और अनस सिद्दीकी के साथ बदसलूकी के आरोपी पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर गुरुवार को सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि वो सिर्फ 'अपनी ड्यूटी' कर रहे थे. उन्होंने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपनी तरफ से सफाई पेश करते हुए कहा,
“तन्वी सेठ द्वारा दिए गए अप्लीकेशन में उनका हिंदू नाम था, जबकि निकाहनामे में मुस्लिम नाम था. इसको लेकर मैंने आपत्ति की थी. मैंने तन्वी को निकाहनामे में दर्ज नाम के मुताबिक अप्लीकेशन देने को कहा था, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया.”
पासपोर्ट अधिकारी के मुताबिक, तन्वी सेठ के निकाहनामे में उनका नाम 'शादिया अनस' है, जबकि अप्लीकेशन और अन्य कागजात पर तन्वी सेठ नाम लिखा है.
विकास मिश्रा ने कहा, "कई बार लोग फर्जी पासपोर्ट बनवाने के लिए नाम बदलने का सहारा लेते हैं, इसलिए हमें इसकी गहनता से जांच करनी पड़ती है. तन्वी और अनस के मामले में भी मैं सिर्फ अपनी ड्यूटी कर रहा था."
गर्मी से हाल बेहाल, इस महीने के आखिर में आ सकता है मानसून
उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में गर्मी का प्रकोप जारी है. भीषण गर्मी में बारिश की बाट जोह रहे लोगों को अभी कुछ और दिन इंतजार करना पड़ सकता है. आंचलिक मौसम केंद्र के निदेशक जे.पी. गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में चिलचिलाती धूप और लू के कारण तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है. अभी यह सिलसिला कुछ और दिनों तक जारी रह सकता है.
उन्होंने बताया कि बारिश की बाट जोह रहे लोगों को इस महीने के अंत तक राहत मिल सकती है. 26 से 28 जून के बीच मॉनसून के राज्य के पूर्वी हिस्सों में दाखिल होने का अनुमान है. गुप्ता ने बताया कि इस साल प्रदेश में सामान्य बारिश होने का अनुमान है. सामान्य बारिश का स्तर 835 मिलीमीटर होता है. इस बीच मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के कुछ पूर्वी हिस्सों में मानसून पूर्व छिटपुट वर्षा हुई.
मथुरा: वृन्दावन के शिवसेना नेता दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में पुलिस ने शिवसेना के जिला मीडिया प्रभारी रमेश पुजारी को एक महिला के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. अलीगढ़ की एक महिला पिछले शनिवार को वृन्दावन के अस्पताल में दवा लेने आई थी. इस बीच उसके रुपए कहीं गिर गए. उसके पास घर वापस लौटने तक के लिए पैसे नहीं बचे तो वह लोगों से मदद की गुहार लगाने लगी.
सोमवार को किसी ने उसे शिवसेना नेता रमेश पुजारी से मदद मांगने की सलाह दी तो वह मोतीझील इलाके में स्थित उनके आवास पर पहुंच गई. उन्होंने महिला को सुबह आने को कहा. महिला के बयान का आरोप है कि जब वह उनके घर पहुंची तो रमेश पुजारी ने उसके साथ दुष्कर्म किया. साथ ही, उसे एक हजार रुपए देकर घर लौट जाने को कहा. लेकिन वह सीधे कोतवाली पहुंची और पुलिस में मामला दर्ज कराया. पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद प्रारंभिक जांच के बाद आज रमेश पुजारी को गिरफ्तार कर लिया. शुक्रवार को आरोपी को अदालत में पेश किया जायेगा.
एटीएस ने पकड़ा आतंकी फंडिंग का मास्टरमाइंड
उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने आतंकी फंडिंग के मास्टरमाइंड रमेश शाह को महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार किया है. एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि 28 वर्षीय रमेश को यूपी एटीएस ने महाराष्ट्र एटीएस की मदद से गिरफ्तार किया. रमेश को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है. यहां अदालत में उसकी रिमांड के लिए अर्जी दी जाएगी. रिमांड मिलने पर रमेश से पूछताछ की जाएगी.
रमेश के बारे में जानकारी पिछले दिनों गोरखपुर से 24 मार्च को गिरफ्तार किए गए छह संदिग्ध आतंकियों से मिली थी. पकड़े गये छह संदिग्ध पाकिस्तानी हैंडलर के निर्देश पर विदेश से अपने बैंक खातों में पैसे मंगवाते थे. पूछताछ में पता चला था कि इनका मास्टरमाइंड बिहार का गोपालगंज निवासी रमेश शाह है. तभी से एटीएस उसकी तलाश में लगी थी.
राजनाथ ने राज्यपाल राम नाईक, योगी संग योग किया
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर गुरुवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया ने योग किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "करो योग, रहो निरोग स्लोगन बहुत ही कारगर है."
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयास से ही हमारी पुरानी विधा योग को वैश्विक पहचान मिली है. अब सब इस विधा का लाभ लेने के लिए गंभीर प्रयास करना चाहिए.राजनाथ ने कहा, “मोदी ने योग को विश्व पटल पर मान्यता दिलाई. पहले लोग कहते थे कि वह किसी एक धर्म से जुड़े हैं, लेकिन अगर एक धर्म से जुड़ा होता तो दुनिया के 177 देशों का इसे समर्थन न मिलता. 46 इस्लामिक देशों ने इसे संयुक्त राष्ट्र में अपना समर्थन दिया है.”
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