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Qलखनऊ: प्रियंका का ‘झांसी की रानी’ रूप, राजभर ने BJP को दी चेतावनी

Q लखनऊ में पढ़ें उत्तर प्रदेश की तमाम बड़ी खबरें 

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प्रियंका गांधी का ‘झांसी की रानी’ रूप वायरल

Q लखनऊ में पढ़ें उत्तर प्रदेश की तमाम बड़ी खबरें 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में कांग्रेस कार्यकार्ताओं ने प्रियंका गांधी को झांसी की रानी के रूप में पेश किया है. शहर में जगह जगह प्रियंका गांधी का पोस्टर लगाया गया है, जिसमें प्रियंका को एक सफेद घोड़े पर बैठा कर झांसी की रानी के रूप में दिखाया गया है. इस पोस्टर पर लिखा है,‘’चारों तरफ बज रहा है डंका, बहन प्रियंका-बहन प्रियंका. देश की अब यही पुकार, कांग्रेस अब की बार. विरोधियों में मची खलबली, सुलग रही है उनकी लंका. बीजेपी का किला भेदने, आ रही हैं बहन प्रियंका.’’

कांग्रेस की जिला इकाई ने प्रियंका गांधी को गोरखपुर से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाने की भी मांग की है. पोस्टर में जिला कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि प्रियंका गांधी को आगामी लोकसभा चुनाव में गोरखपुर से कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार बनाया जाए. पोस्टर में नारा दिया गया कि "गोरखपुर की यही पुकार, प्रियंका गांधी सांसद इस बार.''

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राजभर ने दी चेतावनी, मांगें नहीं मानी गई तो अकेले लड़ेंगे चुनाव

उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 24 फरवरी के बाद वो प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर देंगे. राजभर ने रविवार को आजमगढ़ में कहा कि सुभासपा पिछले 22 महीने से यूपी सरकार में शामिल है. शिक्षा के सवाल पर, पिछड़ों में आरक्षण के बंटवारे के सवाल पर लगातार इस सरकार को जगाने की कोशिश हो रही है.

उत्तर प्रदेश सरकार ने अति पिछड़ा सामाजिक न्याय कमेटी बनाई थी उस कमेटी ने अक्टूबर में रिपोर्ट दी थी कि आरक्षण को तीन श्रेणी-पिछड़ा, अति पिछड़ा,सर्वाधिक पिछड़ा में बांट दिया जाए. अक्टूबर माह में रिपोर्ट देने के बाद भी सरकार अब उसे लागू नहीं कर रही है. उन्होंने गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण दिए जाने का स्वागत किया, लेकिन पिछड़े दलितों में भी गरीब हैं उन्हें भी अलग आरक्षण की मांग की.

सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि ये उनकी नाराजगी नहीं है ये उनका अधिकार है और 24 फरवरी तक सरकार ने उनकी बात नहीं मानी तो उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर अकेले दम पर चुनाव लड़ेंगे.

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‘कोर्ट का फैसला खिलाफ आया तो अध्यादेश लाकर राम मंदिर बनेगा'

बीजेपी नेता सुनील देवधर ने कहा है कि अयोध्या में राम जन्म स्थान पर भव्य मंदिर बनकर रहेगा. सुप्रीम कोर्ट का फैसला अगर मंदिर के खिलाफ आया तो कानून बनाकर राम मंदिर का बनाया जाएगा. बीजेपी नेता ने बहराइच में रविवार को पार्टी के मंडलीय प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करने के बाद मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि मंदिर किसी भी हालत में बनेगा. अध्यादेश लाकर कानून बनाने की बात अदालत के फैसले के बाद ही की जा सकती है. सुप्रीम कोर्ट का फैसला खिलाफ आया तो अध्यादेश लाकर कानून बनाया जाएगा और यदि मंदिर के पक्ष में फैसला आएगा तो मंदिर बनना ही है..
सुनील देवधर, बीजेपी नेता

बता दें, अयोध्या की राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में अब एक और नया मोड़ आया है. इस मामले पर 5 जजों की बेंच 29 जनवरी को जो सुनवाई करने वाली थी, वो फिर से टल गई है. जानकारी के मुताबिक पांच जजों की बेंच में शामिल एसए बोबड़े 29 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में मौजूद नहीं रहेंगे. जिस वजह से सुनवाई की तारीख को एक बार फिर बढ़ा दिया गया है. फिलहाल नई तारीख पर फैसला नहीं हुआ है.

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केंद्र संगम किनारे स्थित किला प्रदेश सरकार को दान करे

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि जब सम्राट हर्षवर्धन प्रयागराज आते थे तो सबकुछ दान करके चले जाते थे. सरकार ने अभी तक कुछ दान नहीं किया. हम चाहेंगे कि केंद्र सरकार यहां पर स्थित किला प्रदेश सरकार को दान कर दे. कुंभ मेले में श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के सचिव नरेंद्र गिरि और अन्य साधु संतों के साथ प्रसाद ग्रहण करने के बाद अखिलेश ने रविवार को मीडिया से बात की.

एसपी प्रमुख ने कहा, “फौज को अगर जगह चाहिए तो हमारे पास चंबल यमुना के पास बहुत जगह है. जितनी चाहे उतनी जगह फौज को दे दें.” बता दें, केंद्र की पहल पर हाल ही में किला स्थित अक्षयवट और सरस्वती कूप को आम लोगों के दर्शन के लिए खोला गया है. ये अकबर ने बनवाया था, जो अब सेना से नियंत्रण में है.

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बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर का फोन मुख्य आरोपी के घर में मिला

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में पिछले साल दिसंबर में भीड़ की हिंसा में मारे गए एक इंस्पेक्टर का सरकारी मोबाइल फोन मुख्य आरोपी प्रशांत नट के घर से बरामद किया गया है. अधिकारियों ने रविवार को ये जानकारी दी. उन्होंने बताया कि भीड़ की हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर का फोन उस व्यक्ति के आवास से मिला है, जिसने कथित रूप से उन्हें गोली मारी थी.

बता दे, तीन दिसंबर 2018 को स्याना कोतवाली क्षेत्र में ये घटना हुई थी. गोकशी के संदेह के बाद उग्र भीड़ की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी. हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर को कथित रूप से गोली मारी थी. नट को सिकंदराबाद से 18 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया, ‘‘तलाशी के दौरान इंस्पेक्टर का सीयूजी मोबाइल फोन नट के घर से बरामद हुआ. कुछ और फोन भी मिले है और सभी फोन को फोरेंसिक लैब भेजा गया है.'' फिलहाल इंस्पेक्टर पर गोली चलाने के लिए इस्तेमाल की गई पिस्तौल का अभी पता नहीं लग सका है, उसकी तलाश जारी है.

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