बिहार (Bihar) के बेगूसराय की यूको बैंक (UCO Bank) में हुए हिजाब विवाद के बाद अब पीड़िता ने कहा है कि वह किसी तरह का मामला दर्ज नहीं करना चाहती, ना ही इस मामले को और बढ़ाना चाहती है. उस लड़की ने कहा कि बैंक के कर्मचारी सभी अच्छे हैं.
लड़की के इस बयान का वीडियो यूको बैंक ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है.
बैंक ने ट्वीट किया, "हम आपके विश्वास को महत्व देते हैं. बैंक व्यक्तिगत रूप से ऐसी स्थितियों को संभालता है जो राष्ट्र के विश्वास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के विरुद्ध उत्पन्न होती हैं. हम अपने ग्राहक को गलतफहमी को दूर करने के लिए और उनके बयान के लिए ईमानदारी से धन्यवाद देते हैं. यूको बैंक हमेशा आपके भरोसे का सम्मान करता है."
यही नहीं वीडियों में लड़की के बगल में बैठे पिता ने भी कहा, जो हो गया सो हो गया, अब इस मामले में कोई कार्रवाई की जरूरत नहीं है, स्टाफ अच्छा है, बैंक अच्छा है, और जिले के अधिकारी से अनुराध है कि इन पर कोई मामला दर्ज न करें."
क्या था पूरा मामला?
दरअसल सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा था कि बेगुसराय के यूको बैंक के अंदर हिजाब को लेकर युवती और उसके परिजनों का बैंक कर्मियों से विवाद हो गया. एक लड़की बेगूसराय के मंसूरचक स्थिति यूको बैंक की एक ब्रांच में पैसे का लेनदेन करने पहुंची थी. वहां बैंक कर्मियों ने हिजाब का हवाला देते हुए उसे ट्रांजेक्शन करने से मना कर दिया. इस वीडियो को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी शेयर किया था.
लड़की के परिजन बैंक कर्मियों से उस आदेश को दिखाने की मांग कर रहे थे जिसमें हिजाब पहनने के लिए मना किया गया है. उन्होंने कहा कि आप आदेश दिखा दीजिए तो लड़की अभी हिजाब हटा देगी.
बैंक प्रबंधक ने कहा कि "ग्राहक की लाइन अलग लग रही थी इसलिए उन्हें पहचान बताने को कहा गया बाद में उनका पमेंट भी कर दिया गया कोई विवाद नहीं हुआ. हमारा किसी धर्म को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था. हम ग्राहक को प्राथमिकता देते हैं. पहचान इसलिए की गई ताकि उनके पेमेंट की सुरक्षा हो सके, भविष्य में कोई दिक्कत ना हो."
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