'जय श्री राम' का नारा पश्चिम बंगाल में 'सुर्खियों' में हैं. 23 जनवरी को कोलकाता के एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी के भाषण से पहले कुछ बीजेपी समर्थकों ने 'जय श्री राम' का नारा लगाया. जिसके बाद सीएम ममता ने इसे गरिमा का उल्लंघन बताया और बिना भाषण दिए ही चली गईं. अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि 'जय श्री राम' के नारे को लोग शिष्टाचार के तौर पर बोलते आए हैं और इसमें कोई बुरा मानने वाली बात नहीं हैं. उन्होंने ये भी कहा कि इस नारे को जबरदस्ती किसी पर थोपा नहीं जा रहा है, ये अभिवादन है.
योगी आदित्यनाथ का दावा है कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में लोकप्रिय हो रही है और आगामी चुनाव में बहुमत से सरकार बनाने जा रही है. बता दें कि क्विंट हिंदी समेत दिल्ली-मुंबई-कोलकाता से आए चुनिंदा मीडियाकर्मियों से योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित अपने आवास पर मुलाकात की. इस दौरान सीएम योगी ने पश्चिम बंगाल चुनाव, धर्मांतरण रोधी-कानून और प्रदेश के विकास कार्यों से जुड़े सवालों के जवाब दिए.
किसी के फायदे-नुकसान के लिए नहीं है धर्मांतरण-रोधी कानून: CM
लव जिहाद पर बनाए गए कानून को लेकर योगी सरकार लगातार सवालों के घेरे में है. अब इस धर्मांतरण-रोधी कानून के बचाव में सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि ये कानून किसी को फायदा या नुकसान के लिए नहीं बल्कि सामाजिक सौहार्द, नियम-कानून और सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया है. हाल के दिनों में यूपी के इस कानून पर कई सवाल उठाए गए थे.
यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार मार्च में अपने चार साल पूरे करने जा रही है.
योगी आदित्यनाथ का कहना है कि उनके कार्यकाल के 'दौरान लॉ एंड ऑर्डर' की स्थिति पहले की सरकारों के मुकाबले काफी बेहतर है और पिछले तीन साल से ज्यादा के कार्यकाल में राज्य में एक भी दंगे नहीं हुए.
10 देशों से रिकॉर्ड विदेशी निवेश यूपी आया : सीएम
सीएम का कहना है कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति और दूसरी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अमेरिका, जापान, साउथ कोरिया समेत 10 देशों से रिकॉर्ड विदेशी निवेश यूपी में हुआ है. प्रदेशभर में एक्सप्रेवे निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का काम तय समय सीमा के अंदर ही पूरा होने जा रहा है.
पूर्वांचल और बुंदेलखंड के इलाकों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में तुलनात्मक कम विकास हुआ है और एक्सप्रेसवे शुरू होने के बाद यहां कि हालत बदलेगी.
इससे पहले अपर मुख्य सचिव (गृह विभाग) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के अलावा 594 किसी के गंगा एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल चुकी है. करीब 91 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे का भी प्लान तैयार है. बता दें कि 340 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे यूपी के लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर जिलों को जोड़ेगा. प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इस साल मार्च-अप्रैल तक ये मेन एक्सप्रेसवे शुरू हो जाएगा.
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