उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से जारी सरकारी आंकड़ों के हिसाब से राज्य में कोरोना केस लगातार घटते दिख रहे हैं. पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के संक्रमण के नए मामले सिर्फ 2287 रहे. 24 अप्रैल को यह संख्या सर्वाधिक 38,055 थी. इसी तरह एक्टिव केसेज की संख्या सिमटकर 46,201 पर आ गई. 30 अप्रैल को यह 31,0783 के रिकॉर्ड स्तर पर थी.
पिछले 24 घंटों में सिर्फ 5 जिलों में ही कोरोना के नए केस 100 से ज्यादा रहे.वो जिले हैं-
- लखनऊ- 106 केस
- गौतमबुद्ध नगर- 127 केस
- सहारनपुर- 146 केस
- मुजफ्फरनगर- 119 केस
- बुलंदशहर- 153 केस
तीन ऐसे जिले हैं जहां मरने वालों की संख्या 10 से ज्यादा दर्ज की गई है.
- लखनऊ- 11 मौतें
- मेरठ- 11 मौतें
- कुशीनगर- 15 मौतें
रिकवरी रेट लगातार सुधरते हुए 96.10 फीसद पर पहुंच गई. यह कई राज्यों और देश के रिकवरी दर से बेहतर है. पॉजिटिविटी रेट भी लगातार सुधरते हुए .8 फीसद पर आ गई. रही मौतों की बात तो 4 मई को एक दिन में सर्वाधिक 372 मौतें हुई थी, उसके बाद से अपवाद के कुछ दिनों को छोड़ दें तो यह संख्या लगातार घटी है. 28 मई को यह घटकर 159 पर आ गई. 20 मई के बाद से यह लगातार 200 के नीचे बनी हुई है.
कोरोना महामारी में बच्चों के लिए नई योजना
यूपी सरकार ने कोविड से अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. यूपी में माता-पिता और लीगल गार्डियन खो चुके बच्चों की देखभाल के लिए उन्हें राजकीय बाल बाल गृह में रखा जाएगा. इनमें उन बच्चों को शामिल किया जाएगा जिन्होंने कोरोना महामारी में अपने दोनों माता-पिता को खो दिया हो, या लीगल गार्डियन को खोया हो, या फिर माता-पिता में से आय अर्जित करने वाले अभिभावक को खो दिया हो.
- अनाथ बच्चों की देखभाल के लिए उनके गार्डियन/केयर टेकर को राज्य सरकार की तरफ से 4000 रुपये प्रति माह प्रति बच्चे की दर से आर्थिक मदद दी जाएगी.
- 10 साल से कम उम्र के बच्चों, जिनका परिवार नहीं बचा, उन्हें राज्य सरकार या केंद्र सरकार की मदद से राजकीय बाल गृह (शिशु) में रखा जाएगा. राज्य में अभी पांच जगह- मथुरा, लखनऊ, प्रयागराज, आगरा और रामपुर में राजकीय बाल गृह (शिशु) का संचालन किया जा रहा है.
- अवयस्क बच्चियों की देखभाल और पढ़ाई भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे कस्तूरबा गांधी विद्यालय, या राज्य सरकार के राजकीय बाल गृह, या स्थापित किए जा रहे 18 अटल आवासीय विद्यालयों में रखकर कराई जाएगी.
- योगी सरकार ने बताया कि लड़कियों की शादी के लिए 1,01,000 की राशि उपलब्ध कराएगी.
- स्कूल या कॉलेज में पढ़ रहे या व्यावसायिक शिक्षा ले रहे सभी बच्चों को टैबलेट/लैपटॉप दिया जाएगा.
यूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा रद्द
इस बीच 10वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई हैं और ये छात्र सीधे 11वीं में प्रमोट कर दिए जाएंगे. वहीं 12वीं की परीक्षा जुलाई के दूसरे हफ्ते में हो सकती है. इस बात की जानकारी प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने दी है. 12वीं की परीक्षाओं में समय सीमा भी घटाया जाएगा. डेढ़ घंटे का एग्जाम होगा. 10 में से तीन सवालों के जवाब देने होंगे. बता दें कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा हेतु इस वर्ष 26,10,316 छात्रों का पंजीकरण हुआ है. 15 कार्य दिवस के भीतर ही ये परीक्षाएं करा ली जाएंगी.
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