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आगरा ऑक्सीजन संकट: तहसीलदार पर अस्पताल का सिलिंडर छीनने का आरोप

राज्य सरकार की तरफ से दावा किया गया है कि प्राइवेट या सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है.

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वीडियो एडिटर: प्रशांत चौहान

वीडियो प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी

यूपी के आगरा में एक अस्पताल ने एत्मादपुर की तहसीलदार पर सिलेंडर छिनने का आरोप लगाया है. चौहान हॉस्टिपटल एंड आई केयर नाम के इस निजी अस्पताल का आरोप है कि हॉस्पिटल में 30 सिलेंडर थे जिनमें से भरे हुए 15 सिलेंडर तहसीलदार प्रीति जैन ने छीन लिए. अस्पताल का आरोप ये भी है कि तहसीलदार ऑक्सीजन की सप्लाई को बाधित करती आईं हैं.

अस्पताल के मैनेजर ने क्विंट हिंदी से बातचीत में कहा,

सिलेंडर अस्पताल के थे. तहसीलदार ने सिलेंडर लेने गए डॉक्टर से बदतमीजी की और सिलेंडर छीन कर ले गईं. कुल 30 सिलेंडर अस्पताल के पास थे, जिसमें से 15 तहसीलदार ले गईं. अब खाली सिलेंडर ही नहीं बचे तो रिफलिंग भी नहीं करा सकते. अस्पताल के पास अब सिर्फ 6-7 ऑक्सीजन सिलेंडर बचे हैं.
रवि चौहान, मैनेजर चौहान अस्पताल

ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर पहुंच डॉ दिनेश ने क्विंट को बताया कि ये समस्या पहले भी आ चुकी है, जब ऑक्सीजन लेने पहुंचे अस्पताल के स्टाफ को परेशान किया जाता है.

हमें रोज पीपीई किट निकालकर रोज यहां से सिलेंडर लेने के लिए भागना पड़ता है. तहसीलदार मैडम रोज मना कर देती हैं कि हॉस्पिटल को ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं है. अस्पताल के स्टाफ को वहां घंटों इंतजार करना पड़ता है. स्टाफ मरीजों की केयर करे या फिर ऑक्सीजन का घंटों इंतजार करे.
डॉ. दिनेश

गैस प्लांट के बाहर के कुछ वीडियो भी आए हैं सामने

इसी इलाके का एक वीडियो जिसमें प्रीति जैन दिख रही हैं, वायरल हो रहा है. वीडियो में ऑक्सीजन सिलेंडर लेने आए कुछ लोग उनसे अपील करते नजर आ रहे हैं लेकिन तहसीलदार अपनी बात पर डटी हुईं हैं. पूरे मामले पर क्विंट हिंदी से बातचीत में एसडीएम, एत्मादपुर प्रियंका सिंह ने बताया कि जब तक प्लांट पर लिक्विड उपलब्ध था, तब तक ऑक्सीजन अस्पतालों को उपलब्ध कराई गई. अब झूठ फैलाया जा रहा है कि हमने ऑक्सीजन देने से मना किया.

जिस अस्पताल का मामला था उनके खाली सिलेंडर रखे हुए थे. प्लांट में ऑक्सीजन के लिए लिक्विड नहीं बचा है. हमने समझाने का प्रयास किया कि आप खाली सिलेंडर ले जाइए जब ऑक्सीजन उपलब्ध होगा तो दिया जाएगा. अस्पताल के स्टाफ से खाली सिलेंडर हटाने को कहा तो हमसे लड़ने का प्रयास करने लगे. हमने सुबह 5 बजे तक उन सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जहां कोविड मरीज थे.
प्रियंका सिंह, एसडीएम

एसडीएम का कहना है कि प्रशासन पिछले कुछ दिनों से लगातार ऑक्सीजन प्लांट पर नजर बनाए हुए है कुछ कर्मचारी तो 24 घंटे काम कर रहे हैं. लोगों के साथ हुई हल्की झड़प पर वो कहती हैं एक-एक व्यक्ति तीन सिलेंडर मांग रहा है जबकि उनके पास मरीज एक ही हैं. कई लोग ऐसे हैं जिनके पास कोविड मरीज तक नहीं हैं, वो सिर्फ बता रहे हैं कि उन्हें कोरोना हो सकता है और सिलेंडर मांग रहे हैं. कुछ लोग तो अपने रिश्तेदार का नाम तक नहीं जान रहे हैं लेकिन सिलेंडर मांग रहे हैं.

हम लोग लगातार समझा रहे हैं कि हम एक व्यक्ति को दो-दो सिलेंडर नहीं कह सकते, हमें ये भी देखना है कि ऑक्सीजन के अभाव में उनकी मौत न हो जाए जिन्हें प्राथमिकता पर जरूरत है, यही काम तहसीलदार भी कर रही हैं.
प्रियंका सिंह, एसडीएम
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कई दूसरे अस्पताल भी मांग रहे हैं ऑक्सीजन

ऑक्सीजन का अभाव किसी एक अस्पताल तक सीमित नहीं है. आगरा के कुछ और अस्पताल भी ऑक्सीजन की कमी वाले नोटिस चस्पा कर रहे हैं. 25 अप्रैल को जीवन ज्योति हॉस्पिटल, लोटस सुपर स्पेशयिलिटी हॉस्पिटल, प्राइम नर्सिंग होम जैसे कुछ अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी की बात पर नोटिस चिपकाया था.

यूपी के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं?

आगरा के इन अस्पतालों में ऐसे नोटिस और आपाधापी की बात ऐसे समय सामने आ रही है जब राज्य सरकार की तरफ से दावा किया गया है कि प्राइवेट या सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है.

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