उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कौशांबी जिले में स्वास्थ्य विभाग पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगा है. आरोप है कि छात्रा के शव को ले जाने के लिए परिजनों को एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई. जिसके कारण मृतका का भाई शव को 10 किलोमीटर तक बाइक से ले जाना पड़ा. घटना कोखराज थाना क्षेत्र के बिसारा के मजरा हजारी तारा की है. मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने जांच के लिए एक कमेटी बनाई है.
क्या है मामला?
दरअसल मिली जानकारी के अनुसार एक छात्रा ने पेपर खराब होने से परेशान होकर घर के अंदर फांसी लगा ली, जिसके बाद आनन-फानन में परिजन उसे लेकर मंझनपुर के प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजन का दावा है कि वे काफी देर तक एंबुलेंस का इंतजार करते रहे लेकिन अस्पताल संचालकों ने कई मदद नहीं की. इसके बाद पुलिस के सामने ही युवक अपनी बहन के शव को ले जाना पड़ा.
एसडीएम-डिप्टी सीएमओ करेंगे मामले की जांच
इस मामले पर कौशांबी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने "क्विंट हिंदी" को फोन पर बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद जिलाधिकारी ने एक कमेटी बनाई है, जिसके सदस्य SDM और डिप्टी सीएमओ हैं. कमेटी पूरे मामले की जांच करेगी और देखेगी कि शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस क्यों नहीं मिली? और क्या परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन से एंबुलेंस मांगी थी. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने सभी अस्पतालों में एंबुलेंस की व्यवस्था की है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)