उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक महंत और उसके शिष्य की बेरहमी से हत्या की गई थी. दिवाली की रात दोनों के शव शमशान घाट के पास मिले थे. इस मामले में अब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन आरोपी ने महंत को लेकर जो खुलासे किए उससे पुलिस के भी होश उड़ गए. हत्या के आरोपी युवक ने बताया कि महंत एक नरभक्षी था और उसने उसकी बहन के शव को खा लिया था.
पुलिस के मुताबिक आरोपी युवक ने बताया कि, जब उसने महंत और उसके शिष्य को उसकी बहन के आधे जले हुए शव को खाते देखा तो उससे रहा नहीं गया. गुस्से में उसने दोनों की हत्या कर दी. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी का नाम अंकुश यादव है. जिसने महंत राजेंद्र गिरि और उसके शिष्य नितेश को मारा था.
महंत के खिलाफ 26 शिकायतें
महंत की हत्या करने वाले युवक के खुलासे के बाद करीब 26 लोगों ने भी महंत के खिलाफ बयान दिए हैं. उन्होंने भी पुलिस को बताया है कि महंत एक नरभक्षी था और उसने उनके परिचितों के शव खाए थे. एसपी रूरल उदय शंकर सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया,
“महंत गिरि और उसके शिष्य ने करीब 136 मानव शवों से मांस खाया था. जब 26 परिवारों ने एक जैसी शिकायत की तो हमने मामले की जांच शुरू कर दी. जिसके बाद उन लोगों से पूछताछ की गई जो महंत को जानते थे. उन्होंने बताया कि महंत तांत्रिक क्रिया करता था. वहीं कुछ लोगों ने ये भी दावा किया कि महंत ने उन्हें उसके नरभक्षी होने के बारे में बताया था. पूरी जांच के बाद पता लगा कि मांस खाने के करीब 136 मामले थे.”
बता दें कि पुलिस ने महंत और उसके शिष्य के शव मिलने के बाद छानबीन शुरू कर दी थी. पुलिस को शव बरामद होने के बाद पता चला कि राजेंद्र गिरि दौलतपुर गांव का रहने वाला था और होलिका मंदिर में महंत था. वहीं उसका शिष्य नितेश ठाकुरवाड़ा का रहने वाला था. पुलिस को मौके से शराब की खाली बोतलें भी मिली थीं. जिसके बाद पुलिस ने शक जताया था कि किसी करीबी ने ही उनकी हत्या की है. लेकिन आखिर में आरोपी तक पहुंचकर पुलिस ने ये हत्या की पहेली सुलझाई.
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