यूपी क्राइम ब्रांच ने सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम से ट्विटर ट्रेंड करने का दावा करने वाले ऑडियो क्लिप मामले में कार्रवाई की है. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, ये दोनों ही यूपी सीएम के सोशल मीडिया का काम देखते थे. पुलिस ने दावा किया है कि दोनों ने ही अपने प्रतिद्वंती सोशल मीडिया कंपनी चलाने वाले को फंसाने के लिए ऑडियो क्लिप खुद बनाई और इसके साथ छेड़छाड़ कर वायरल कर दिया.
क्राइम ब्रांच ने सीएम सोशल मीडिया के पूर्व हेड आशीष पांडेय और उसके साथी हिमांशु सैनी को गिरफ्तार किया है. इन दोनों पर ही दो रुपये प्रति ट्वीट से जुड़ा हुआ ऑडियो क्लिप एडिट और वायरल करने का आरोप है.
क्या है पूरा मामला?
अब शुरुआत से पूरा मामला बताते हैं. दरअसल कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें एक शख्स सीएम योगी आदित्यनाथ के समर्थन में ट्वीट करने के के बदले दो रुपये प्रति ट्वीट देने की बात कर रहा था. दावा किया गया कि ये बातचीत मुख्यमंत्री का ट्विटर अकाउंट हैंडल करने वाले शख्स की है. मामला सामने आने के बाद कानपुर में इस ऑडियो को ट्वीट करने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह समेत कुल तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
इस ऑडियो में जिस अतुल नाम से शख्स का जिक्र किया गया था, उसी अतुल कुशवाहा ने पुलिस में शिकायत की थी. उन्होंने इस शिकायत में कहा था कि जानबूझकर ऑडियो के जरिए उन्हें और यूपी के मुख्यमंत्री को बदनाम करने की कोशिश की गई है. इसके बाद पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई.
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया, कैसे हुई साजिश
जांच के बाद अब पुलिस ने यूपी के मुख्यमंत्री मीडिया सेल के कुछ लोगों को गिरफ्तार किया. इन सभी पूर्व कर्मचारियों पर साजिश का आरोप है. इस मामले को लेकर पुलिस आयुक्त कानपुर नगर असीम अरुण ने बताया,
“लगभग एक हफ्ते पहले कानपुर पुलिस को एक शिकायत मिली थी कि एक ऐसा ऑडियो वायरल किया जा रहा है. अतुल कुशवाहा नाम के व्यक्ति ने शिकायत करते हुए बताया था कि उसकी छवि को खराब करने के लिए ये किया गया है. इस संबंध में एक एफआईआर दर्ज की गई. जिसमें पाया गया कि बिहार में एक 15 वर्षीय लड़के के साथ लखनऊ के सोशल मीडिया में काम करने वाले हिमांशु सैनी ने एक साजिश की. इस बातचीत को एडिट किया गया और इसे नया मीनिंग दिया गया. इसे हिमांशु ने अपने साथी आशीष पांडे को दिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया.”
पुलिस आयुक्त ने आगे बताया कि, ये पूरी साजिश अतुल कुशवाहा के बिजनेस को बर्बाद करने के लिए किया गया. जो सोशल मीडिया का ही काम करते हैं. आरोपियों के लैपटॉप और फोन से ओरिजनल रिकॉर्डिंग, एडिटेड रिकॉर्डिंग बरामद की गई हैं. इसमें जिन लोगों ने ट्वीट किया उन्हें लेकर भी जांच जारी है. आशीष पांडे और हिमांशु को कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद दोनों को ही जेल भेज दिया गया है.
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