उत्तर प्रदेश के अयोध्या से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक युवा महिला बैंक अधिकारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. महिला के किराए के कमरे से एक सुसाइड नोट प्राप्त हुआ है जिसमें एक आईपीएस अधिकारी, एक पुलिस कर्मी तथा एक युवक को आत्महत्या का जिम्मेदार बताया गया है. इसके बाद सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसे “उत्तर प्रदेश में बदहाल कानून-व्यवस्था का कड़वा सच” बताया है.”
क्या है पूरा मामला ?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महिला बैंक अधिकारी की आत्महत्या की यह वारदात अयोध्या के खवासपुरा मोहल्ले में हुई है और उसकी पहचान लखनऊ के राजाजीपुरम निवासी 30 वर्षीय श्रद्धा गुप्ता के रूप में हुई है.
युवती अयोध्या के पंजाब नेशनल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में स्केल वन ऑफिसर थी. पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है. अपने माता-पिता के नाम लिखे सुसाइड नोट में महिला बैंक अधिकारी ने अयोध्या में तैनात रहे एसएसपी आशीष तिवारी सहित तीन लोगों को आत्महत्या का जिम्मेदार बताया है.
अखिलेश यादव ने की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग
घटना के प्रकाश में आने के बाद एक बार फिर उत्तर प्रदेश पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि
“अयोध्या में पंजाब नेशनल बैंक की महिला कर्मचारी की आत्महत्या मामले में मिले सुसाइड नोट में जिस प्रकार पुलिस के लोगों पर सीधा आरोप है वो उप्र में बदहाल क़ानून-व्यवस्था का कड़वा सच है. इसमें सीधे एक आईपीएस अफसर तक का नाम आना बेहद गंभीर मुद्दा है. इसकी उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो.”
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