हिंदूवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को अलीगढ़ में स्कूलों को क्रिसमस के लेकर चेतावनी दी है. कार्यकर्ताओं की ओर से कहा गया है कि अगर स्कूलों में क्रिसमस मनाया गया, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे.
मामले को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों को ऐसी हरकत करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं.
बता दें, हिंदू जागरण मंच ने शहर के सभी स्कूलों को एक पत्र जारी कर कहा है कि अगर उन्होंने ये त्योहार मनाया तो वे गंभीर परिणाम भुगतने के लिए खुद जिम्मेदार होंगे. मंच नगर अध्यक्ष सोनू सविता ने रविवार को अलीगढ़ में कहा था कि क्रिसमस पश्चिमी सभ्यता को बढ़ावा देने वाला पर्व है.
ये चेतावनी शहर के सभी मिशनरी स्कूलों में भेज दिया गया है, जहां हर साल ईसा मसीह के जन्मदिन के मौके पर धूमधाम से क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है. इस सूचना के तुरंत बाद स्कूल मैनेजमेंट ने इस चेतावनी पर चिंता जताई है और पुलिस से सुरक्षा इंतजाम करने के लिए कहा है.
एक स्कूल के प्रिंसिपल ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, "हम कई सालों से क्रिसमस मना रहे हैं और सभी बच्चे खुशी से इसमें भाग लेते हैं. कुछ बाहरी लोग इसका फैसला कैसे ले सकते हैं कि क्या होना चाहिए और क्या नहीं."
योगी सरकार ने दिए सख्ती के आदेश
उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों को ऐसी हरकत करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं.
डीजीपी आनन्द कुमार ने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता एक संवैधानिक अधिकार है और पुलिस प्रशासन इसकी रक्षा के लिये समुचित कदम उठाएगी.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश पांडे ने कहा कि "किसी भी तरह के गैरकानूनी कृत्यों की अनुमति नहीं दी जाएगी और ऐसी किसी भी गतिविधि को रोका जाएगा."
उन्होंने कहा, जिला प्रशासन किसी को भी स्कूलों में क्रिसमस मनाने से रोकने की इजाजत नहीं देगी. उन्होंने भी सभी स्कूलों को क्रिसमस पर पूरी सुरक्षा मुहैया किए जाने का आश्वासन दिया है.
(-इनपुट IANS से)
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