पश्चिम बंगाल चुनाव नतीजों में हार के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी बीजेपी को मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है. उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव के नतीजे धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं. पॉलिटिकल मैसेजिंग के तौर पर देखा जाए तो इन चुनावों में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. समाजवादी पार्टी ने दावा किया है कि अयोध्या से लेकर मथुरा और काशी समेत प्रदेश के कई जिलों में बीजेपी को करारी हार मिली है.
हालांकि पंचायत चुनाव की मतगणना के साथ ही सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी समाजवादी पार्टी (एसपी) दोनों ने सोमवार को दावा किया कि जिला पंचायत की आधी सीटों पर उनके उम्मीदवार जीते हैं.
बता दें कि राज्य में पंचायत चुनाव पार्टी के प्रतीकों पर नहीं लड़े जाते, लेकिन इस बार बीजेपी और एसपी दोनों ने आधिकारिक तौर पर अपने समर्थित उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. कांग्रेस ने भी, चयनित सीटों पर अपने उम्मीदवारों का नाम दिया था.
बीजेपी ने दावा किया कि जिला पंचायत के लिए 3,051 सदस्यों में से, 918 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी और अन्य 456 आगे थे.
बीजेपी प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी पार्टी पंचायत चुनावों में अधिकांश सीटें जीत रही थी जो केंद्र और राज्य सरकारों की कल्याणकारी नीतियों का परिणाम थी.
वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने यह भी दावा किया कि 50 प्रतिशत से अधिक विजयी उम्मीदवार उनके समर्थन में थे.
एसपी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा,
“अब तक घोषित 50 प्रतिशत से अधिक सीटों पर एसपी समर्थित उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. बीजेपी न केवल शहरी क्षेत्रों में, बल्कि गांवों में भी शासन प्रदान करने में अपनी विफलता के लिए जमीन खो चुकी है, विशेषकर महामारी के दौरान इसे और उजागर किया गया है. “
बता दें कि आज शाम तक सही गिनती का पता चल जाएगा और सभी सीटों के रिजल्ट सामने आ जाएंगे.
अयोध्या में बीजेपी कहां?
अयोध्या जनपद में कुल जिला पंचायत सदस्य की 40 सीटें हैं, जिनमें से 24 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज करने का दावा किया. बताया जा रहा है कि बीजेपी को सिर्फ 6 सीटें ही मिली हैं. इसके अलावा 12 सीटों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है. इनमें से कई लोग बीजेपी से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव में उतरे थे.
पीएम मोदी के काशी में भी बीजेपी की हार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. विधान परिषद (MLC) के चुनाव में वाराणसी में हार के बाद अब पंचायत चुनाव में भी बीजेपी को शिकस्त मिली है.
वाराणसी में जिला पंचायत की 40 में से सिर्फ 8 सीटें ही बीजेपी के खाते में आई हैं.. वहीं समाजवादी पार्टी का दावा है कि उसने 14 सीटें जीती हैं. बीएसपी 5 सीट, अपना दल (एस) को 3 सीटें, आम आदमी पार्टी और सुभासपा को 1-1 सीटें मिली हैं. वहीं 3 निर्दलीय कैंडिडेट को जीत मिली है.
मथुरा में BSP और RLD
मथुरा में भी बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी सिर्फ 8 सीटों पर ही सिमट गई. वहीं मायावती की बीएसपी ने 12 और चौधरी अजीत सिंह की राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की है. समाजवादी पार्टी सिर्फ एक सीट जीतने में कामयाब रही.
आम आदमी पार्टी ने भी खोला खाता
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि 70 पार्टी समर्थित उम्मीदवारों ने जिला पंचायत सदस्यों के पद जीते और 200 से अधिक ग्राम प्रधान पद जीते.
वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस ने टिप्पणी करने से परहेज किया और कहा कि वे मंगलवार को अपने विजयी उम्मीदवारों की सूची साझा करेंगे.
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने हालांकि कहा,
“एसपी और बीजेपी के दावे झूठे हैं. जबकि बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी, एसपी ने अपने उम्मीदवारों का ठीक से नाम भी नहीं बताया था. दोनों ही स्वतंत्र उम्मीदवारों की जीत का दावा कर रहे हैं.”
15, 19, 26 और 29 अप्रैल को हुए पंचायत चुनाव में लगभग 13 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था. अबतक लगभग छह लाख में से 3.27 लाख से अधिक पंचायत पदों के लिए परिणाम आए हैं, जिसके लिए राज्य भर में मतदान हुए हैं.
इसके अलावा, 826 केंद्रों पर रविवार को मतगणना शुरू होने से पहले 3.19 लाख से अधिक उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया.
राज्य चुनाव आयोग ने कहा कि जिन लोगों को कोई मुकाबला नहीं हुआ, उनके अलावा 2,32,612 ग्राम पंचायत सदस्य, 38,317 ग्राम प्रधान, 55,926 पंचायत सदस्य और 181 जिला पंचायत सदस्य अब तक निर्वाचित घोषित किए गए हैं. जैसा कि मतपत्रों की गिनती जारी है, 2.23 लाख से अधिक पदों के परिणाम अभी तक नहीं निकले हैं.
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