आज से चार धाम यात्रा (Chardham Yatra) 2022 की शुरुआत होने जा रही है. आज अक्षय तृतीया के मौके प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. 6 मई को केदारनाथ और 8 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे. पिछले दो साल से कोरोना महामारी के कारण बाधित रही चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इस साल 60 लाख से अधिक यात्रियों के आने की उम्मीद है.
अगर आप भी चार धाम यात्रा पर जाना चाहते हैं तो यहां पढ़ें यात्रा से जुड़े FAQ.
यात्रा के लिए यहां करें रजिस्ट्रेशन
चार धाम यात्रा के लिए आपको रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है. आप उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट- registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. अगर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में किसी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की भी सुविधा है. उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार, देहरादून, चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में 24 सेंटर बनाए गए हैं, जहां आप यात्रा शुरू करने से पहले रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
जानकारी के मुताबिक अब तक 2 लाख 50 हजार 213 यात्री रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. सबसे ज्यादा एक लाख से ज्यादा यात्रियों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है.
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालों को हाईटेक हैंड बैंड दिया जाएगा, जिसके जरिए इमरजेंसी में यात्रियों की ट्रैकिंग की जा सकेगी. वहीं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एक QR कोड मिलेगा.
रोजाना इतने श्रद्धालु ही कर सकेंगे दर्शन
उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की लिमिट तय कर दी है. एक आदेश के अनुसार, बद्रीनाथ में प्रतिदिन अधिकतम 15 हजार श्रद्धालु, केदारनाथ में 12 हजार, गंगोत्री में 7 हजार और यमुनोत्री में 4 हजार तीर्थयात्री दर्शन कर सकेंगे. बता दें कि यह लिमिट पहले 45 दिन के लिए लागू की गई है.
हेल्थ चेकअप है जरूरी
चार धाम की यात्रा बहुत कठिन मानी जाती है. ऐसे में आपका स्वस्थ होना बहुत आवश्यक है. चारों धाम समुद्र तल से काफी ऊंचाई पर स्थित हैं. यहां तापमान 10 से 15 डिग्री के बीच रहता है. इसलिए सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. यात्रा से पहले हेल्थ चेकअप जरूर करवा लें. इसके साथ ही अपने साथ फर्स्ट एड किट और कुछ जरूरी दवाइयां भी साथ रखें.
ठंड की वजह से गर्म कपड़े साथ रख लें. अच्छे ट्रैकिंग या स्पोर्ट्स शूज ले जाएं. एक लीटर पानी, रेन कोट या छाता जरूर ले जाएं, क्योंकि पहाड़ी इलाकों में कभी भी बारिश हो सकती है.
क्यों जरूरी है ग्रीन कार्ड?
अगर आप अपनी गाड़ी से चार धाम यात्रा पर जाना चाहते हैं तो आपको उसकी फिटनेस चेक करानी होगी. ये काम हरिद्वार के RTO और ऋषिकेश के ARTO ऑफिस में करा सकते हैं. यहां से ग्रीन कार्ड मिलने के बाद आप अपनी गाड़ी से यात्रा कर सकते हैं.
चार धाम यात्रा का रूट
चलिए अब आपको चार धाम यात्रा का रूट मैप भी समझा देते हैं. अगर आप दिल्ली से चार धाम यात्रा पर जा रहे हैं, तो दिल्ली से यमुनोत्री धाम की दूरी 430 किलोमीटर है. वहीं गंगोत्री की दूरी 527 किलोमीटर है. आप सड़क मार्ग से यहां जा सकते हैं. गंगोत्री का नजदीकी बस स्टैंड गंगोत्री है और नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है. इसके अलावा फ्लाइट से भी जाने की सुविधा है. गंगोत्री और यमुनोत्री का नजदीकी एयरपोर्ट जौली ग्रांट एयरपोर्ट है.
दिल्ली से केदारनाथ की दूरी 452 किलोमीटर है. वहीं बद्रीनाथ की दूरी 535 किलोमीटर है. बस, ट्रेन और हवाई जहाज से यहां जाया जा सकता है. यहां का नजदीकी एयरपोर्ट जॉली ग्रांट है. जबकि नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है.
चार धाम के लिए टूर पैकेज
चार धाम यात्रियों के लिए अलग-अलग टूर पैकेज उपलब्ध हैं. IRCTC भी आपके लिए खास पैकेज लेकर आया है. 11 रात/12 दिन के इस पैकेज में आपको रहने और खाने की सुविधा फ्री में मिलेगी. सिंगल ऑक्युपेसी के लिए 78520 रुपये प्रति व्यक्ति लगेंगे. वहीं, डबल ऑक्युपेसी के लिए 62500 रुपये प्रति व्यक्ति खर्च होंगे. इसके अलावा ट्रिपल ऑक्युपेसी के लिए 60000 रुपये प्रति व्यक्ति देना होगा.
ऋषिकेश से चार धाम यात्रा के लिए भी टूर पैकेज उपलब्ध है, जो 10 दिन का होगा. इसमें आप यमुनोत्री-गंगोत्री-केदारनाथ-बद्रीनाथ होते हुए ऋषिकेश लौटेंगे. खास बात ये है कि 30 हजार रुपए से कम में आप चार धाम की यात्रा कर लेंगे. इसके अलावा 6 दिन के टूर का पैकेज भी है, जिसमें ऋषिकेश से केदारनाथ और बद्रीनाथ तक की यात्रा शामिल है.
हेलीकॉप्टर सुविधा भी उपलब्ध
केदार धाम की यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सुविधा भी उपलब्ध है. gmvnonline.com पर जाकर हवाई यात्रा की बुकिंग की जा सकती है. केदारनाथ के लिए गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध है. गुप्तकाशी से आने-जाने का किराया 7,750 रुपए, फाटा से 4,720 रुपए और सिरसी से 4,680 रुपए है.
कोरोना गाइडलाइन
इस बार चार धाम यात्रा पर जाने से पहले कोरोना जांच करवाना या यात्रा के दौरान वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य नहीं है. हालांकि, आपको कोरोना के नियमों का पालन करना होगा. मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग के तहत आप आसानी से चार धाम यात्रा कर सकते हैं.
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