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क्या कांवड़ यात्रा को रद्द करने के फैसले को पलट सकती है उत्तराखंड सरकार?

कोरोना के बीच कुंभ कराने को लेकर लगातार आलोचना झेलने वाली उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया था.

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कोरोना के बीच कुंभ कराने को लेकर लगातार आलोचना झेलने वाली उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) को रद्द कर दिया था. अब ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि वो रद्द करने के फैसले पर पुनर्विचार कर सकती है. उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा 25 जुलाई से शुरू हो रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे कराने का फैसला लिया है और कांवड़ यात्रा को सुचारु रूप से पूरा करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

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हाल ही में सीएम योगी ने कहा था कि कांवड़ यात्रा सही से हो जाए इसके लिए पड़ोसी राज्यों उत्तराखंड ओऱ बिहार से बात कर संवाद स्थापित किया जाएगा.

अब एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, सीएम योगी ने खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को फोन किया है और अब उत्तराखंड सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकती है.सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालू उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंचते हैं. पिछले साल भी कोरोना वायरस की वजह से यात्रा आयोजित नहीं की गई थी.

उत्तराखंड में लगाई गई थी रोक

6 जुलाई को राज्य पुलिस अधिकारियों ने पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों से अपील की कि वो भक्तों को इस महीने गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार न आने के लिए कहें. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली के पुलिस अधिकारियों के साथ डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में हुई एक इंटर-स्टेट कोऑर्डिनेशन बैठक के दौरान इस साल की यात्रा के लिए अपील जारी की गई.

डीजीपी ने कहा कि यात्रा के लिए हरिद्वार में प्रवेश करने वालों पर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा, और कोविड गाइड के मुताबिक क्वॉरन्टीन किया जाएगा.बैठक के दौरान उत्तराखंड पुलिस ने सुझाव दिया कि श्रद्धालु पुलिस थाना स्तर पर कोऑर्डिनेशन कर गंगाजल लेने के लिए टैंकर भेज सकते हैं.

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