पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखा है. लेटर में वैक्सीनेशन से जुड़ी खामियों को गिनाया गया और ममता बनर्जी ने वैक्सीन आयात से जुड़े सुझाव दिए हैं. उन्होंने लिखा है कि अब ये तो साफ है कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में वैक्सीन सबसे कारगर समाधान है, ऐसे में ग्लोबल मैन्युफैक्चरर्स से वैक्सीन को आयात करना चाहिए. ममता ने ये भी सुझाव दिया कि दुनियाभर में और देश में मौजूद वैक्सीन मैन्युफैक्चरर्स को फ्रेंचाइजी ऑपरेशन खोलने के लिए भी प्रोत्साहित करना चाहिए, ताकि प्रोडक्शन बढ़ाया जा सके. पश्चिम बंगाल की सीएम ने मैन्युफेक्चरर्स के लिए राज्य में जमीन और हर तरह के सहयोग का भरोसा भी दिया है.
चुनाव जीतते ही लिखा था ममता ने खत, जवाब न मिलने पर पूछा था सवाल
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी-टीएमसी के बीच जबरदस्त जुबानी जंग देखने को मिली थी. ऐसे में बीजेपी को पटखनी देने के बाद अब ममता बनर्जी वैक्सीनेशन को लेकर सीधा पीएम मोदी से सवाल-जवाब कर रही हैं. चुनाव जीतने के तुरंत बाद ही ममता बनर्जी ने पीएम को लेटर लिखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि लोगों को इस वक्त वैक्सीन की सबसे ज्यादा जरूरत है, ऐसे में केंद्र सरकार को 30 हजार करोड़ रुपये वैक्सीन के लिए निकालने चाहिए. जिससे पूरे देश के लोगों को फ्री वैक्सीन मिल पाए.
जब जवाब नहीं मिला तो ममता बनर्जी ने एक बार फिर पीएम मोदी से पूछा है कि उन्हें अब तक जवाब क्यों नहीं मिला है? ममता ने पूछा, 'केंद्र की तरफ से अब तक मुझे ये जवाब नहीं दिया गया है कि लोगों को फ्री वैक्सीन देने के लिए केंद्र 30 हजार करोड़ का फंड दे रहा है या फिर नहीं.'
ममता यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने इसी बहाने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का भी जिक्र कर दिया. ममता ने केंद्र सरकार से कहा कि अगर संसद भवन की नई बिल्डिंग और स्टेच्यू बनाने के लिए 20 हजार करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं, तो लोगों को फ्री में कोरोना वैक्सीन देने के लिए फंड क्यों नहीं दिया जा रहा है?
ममता बनर्जी केंद्र सरकार की वैक्सीनेशन पॉलिसी पर भी सवाल खड़ा कर चुकी हैं.
ताजा लेटर में क्या-क्या है?
ममता बनर्जी ने अपने ताजा खत में लिखा है कि एक्सपर्ट बता चुके हैं कि कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए वैक्सीनेशन ही सबसे कारगर उपाय है. ऐसा दिखता है कि देश में वैक्सीन की भारी कमी है और बड़ी संख्या में लोगों को इसकी जरूरत है. करीब 10 करोड़ पश्चिम बंगाल की जनता समेत 140 करोड़ देशवासियों को वैक्सीनेशन की जरूरत है. इनका महज कुछ हिस्सा ही अब तक कवर किया गया है.
ममता बनर्जी ने आगे लिखा है कि रिपोर्ट्स बता रहे हैं कि दुनियाभर में अब कई मैन्युफेक्चर्स हैं. वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की मदद से इनमें से प्रतिष्ठित और विश्वसनीय मैन्युफेक्चर्स की पहचान की जा सकती है और बिना किसी देरी से उनसे वैक्सीन का आयात किया जा सकता है.
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को ये सुझाव भी दिया कि दुनिया और देश के बड़े मैन्युफैक्चरर्स को भारत में फ्रेंचाइजी खोलने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है. ममता ने भरोसा दिया कि पश्चिम बंगाल सरकार वैक्सीन प्रोडक्शन के लिए राज्य में जमीन और हरसंभव मदद के लिए तैयार है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)