पश्चिम बंगाल चुनाव के पहले से चली आ रही सीएम ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच की तल्खियां लगातार जारी हैं. अब नया मामला राज्यपाल के दौरे को लेकर है. राज्यपाल धनखड़ 13 मई को कूचबिहार के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर जाएंगे. राज्यपाल के इस फैसले के बाद ममता बनर्जी ने राज्यपाल धनखड़ को चिट्ठी लिखकर इस दौरे को दशकों से चले आ रहे प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया है और राज्यपाल से चले आ रहे नियमों के पालन की 'अपील' की है. ममता बनर्जी ने इस लेटर में कुछ नियमों को भी लिखा है और राज्यपाल से उसे पालन करने का आग्रह किया है. अब ममता के लेटर के जवाब में राज्यपाल धनखड़ ने मुख्यमंत्री को लेटर लिखा है और संविधान के आर्टिकल- 159 का जिक्र किया है.
कुल मिलाकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल एक दूसरे को कानून, प्रोटोकॉल और संविधान के दायरे में रहने की सीख दे रहे हैं.
मामले की शुरुआत तब हुई जब पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के ट्विटर हैंडल से दौरे की पूरी जानकारी दी गई है कि वो शीतलकुची, माथाबंगा, सिताई और दिनहाटा जाएंगे और पत्रकारों से बातचीत भी करेंगे. राजभवन की तरफ से बताया गया है कि 14 मई को जगदीप धनखड़ असम के उन इलाकों में भी जाएंगे जहां चुनाव के बाद हुई हिंसा से प्रभावित पश्चिम बंगाल के लोग कैंपों में रह रहे हैं.
इसके बाद ममता बनर्जी ने राज्यपाल को लेटर लिखा और बकायदा बंगाल सरकार के प्रोटोकॉल का जिक्र किया है. मुख्यमंत्री ने लिखा है कि प्रोटोकॉल के मुताबिक, राज्यपाल के किसी जिले में दौरे का कार्यक्रम को अंतिम रुप राज्यपाल के सचिव देते हैं, वो भी सरकार के आदेश के बाद. लेटर में आगे लिखा है कि उन्हें (ममता बनर्जी को) राज्यपाल के कूचबिहार जाने के कार्यक्रम का पता सोशल मीडिया से चला, जो दशकों से चले आ रहे नियमों का उल्लंघन करता है. ममता ने लिखा है कि उम्मीद है कि राज्यपाल बताए गए प्रोटोकॉल का पालन करेंगे और किसी क्षेत्र का दौरे करने से जुड़े अचानक फैसला लेने से बचेंगे.
सीएम के लेटर के जवाब में राज्यपाल का लेटर
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने लेटर में पुरानी 'सलाह' का भी जिक्र किया है, उन्होंने लिखा है कि 'आपको मैंने मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद को साइड कर सीधा राज्य सरकार के अधिकारियों से संवाद करने से परहेज का अनुरोध किया था.मुझे ऐसा लगता है कि आप इस सलाह को नजरंदाज कर रहे हैं. आप अधिकारियों से सीधे रिपोर्ट मांगते हैं, मैं आपसे फिर से आग्रह और अनुरोध करती हूं, सलाह देती हूं कि इससे बचें.'
ममता के लेटर के जवाब में राज्यपाल धनखड़ ने लेटर लिखा है. इस लेटर में कहा संविधान के आर्टिकल- 159 का जिक्र है.
राज्यपाल की तरफ से कहा गया है कि वो संविधान की रक्षा के लिए जो भी बेहतर हो सकेगा वो करेंगे.
बता दें कि ममता बनर्जी ने 12 मई को एक और लेटर पीएम मोदी को भी लिखा है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार को जल्द से जल्द वैक्सीन आयात करने की सलाह दी है और ये भी कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार हर वैक्सीन मैन्युफेक्चरर्स को जमीन देने और हरसंभव मदद के लिए तैयार है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)