जम्मू-कश्मीर में नए साल के एक दिन पहले फिर आतंकी हमला हुआ है. दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के एक कैंप पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने फिदायीन हमला किया. इसमें सेना के पांच जवान शहीद हो गये. पहली बार स्थानीय आतंकवादियों ने फिदायीन हमला किया है. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली है.
सीआरपीएफ के प्रवक्ता राजेश यादव ने बताया कि दो आतंकवादियों की पहचान द्रूबगाम (पुलवामा) के मंजूर अहमद बाबा और नजीमपुरा(त्राल) के फरदीन अहमद खानडे के तौर पर हुयी. खानडे एक मौजूदा पुलिसकर्मी का बेटा है.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक करीब 3 आतंकी कैम्प में घुसे थे. यह कैम्प CRPF की 185 वीं बटालियन का हेडक्वार्टर भी है. इस कैम्प में CRPF का ट्रेनिंग सेंटर भी मौजूद है. फोर्स ने संभावना जताई है कि दूसरे कैम्पों पर भी इसी तरीके का हमला हो सकता है.
आतंकियों ने कैम्प में घुसकर पहले ग्रेनेड फेंके. उसके बाद फायरिंग शुरू कर दी. इलाके को चारों ओर से सेना ने घेर लिया है. मौके पर अतिरिक्त सुरक्षाबल भी भेजे गए हैं.
नूर त्राली का बदला लेने किया हमला?
जैश-ए-मोहम्मद ने दावा किया है कि यह हमला उन्होंने अपने कमांडर नूर त्राली का बदला लेने के लिए किया है. 25 दिसंबर को पुलवामा में सुरक्षाबलों ने नूर त्राली को मार गिराया था.
इस साल भी जनवरी की शुरूआत में ही आतंकियों ने पठानकोट स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर हमला किया था. मुठभेड़ में 6 आतंकी मारे गए थे. वहीं सात जवान शहीद हुए थे. उस वक्त भी सुबह के करीब 3:30 बजे आतंकियों ने हमला किया था.
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