ADVERTISEMENTREMOVE AD

टेक महिंद्रा फाउंडेशन पैरामेडिकल इंडस्ट्री के लिए युवाओं को दे रही ट्रेनिंग

टेक महिंद्रा फाउंडेशन पैरामेडिकल इंडस्ट्री के लिए युवाओं को दे रही ट्रेनिंग

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

नई दिल्ली, 15 दिसम्बर (आईएएनएस)| आईटी कंपनी टेक महिंद्रा लिमिटेड की सीएसआर इकाई टेक महिंद्रा फाउंडेशन ने हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्च र के क्षेत्र में अपना योगदान देने के लक्ष्य के साथ रोजगार अभियान 'मैं भी हीरो' शुरू किया है। इसके तहत कुशल हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स तैयार कर उन्हें पैरामेडिकल इंडस्ट्री में नौकरी के अवसर मुहैया कराया जा रहा है। टेक महिंद्रा फाउंडेशन की सीईओ डॉ. लवलीन कक्कड़ ने कहा, "हेल्थकेयर के लिए टेक महिंद्रा स्मार्ट एकेडमीज के बाद अब हम हीरो शब्द की परिभाषा बदलने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे यहां युवा स्टूडेंट्स के रूप में आते हैं और जीवनभर काम आने वाले कौशल, रोजगार और देश की हेल्थकेयर सर्विसेज में सुधार एवं सेवा की भावना लेकर जाते हैं। यह सब एक हीरो का काम ही है।"

दिल्ली, मोहाली और विशाखापट्टनम में अच्छी तरह से प्रशिक्षित हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स का कैडर तैयार करने के बाद टेक महिंद्रा फाउंडेशन ने मुंबई में भी हेल्थकेयर के लिए अत्याधुनिक स्मार्ट एकेडमी शुरू की है।

डॉ. लवलीन ने कहा, "मुंबई में स्मार्ट एकेडमी स्थापित करने का हमारा अगला कदम न केवल निम्न आय वर्ग के युवाओं को पैरामेडिकल के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए सक्षम बनाएगा, बल्कि हमारा शानदार ट्रेनिंग प्रोग्राम और राजगारपरक पहल उनको सम्मानजनक जीवन प्रदान करेगा।"

स्मार्ट एकेडमी का मकसद हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्च र में व्याप्त कौशल के फासले को कम करेगा। एकेडमी अपने स्टूडेंट्स को शानदार सैद्धान्तिक कक्षाओं के लिए बेहद अनुभवी फैकल्टी और अतिथि शिक्षकों को आमंत्रित करती है और डेमो कक्षाओं के साथ ही आधुनिक ऑडियो-वीडियो उपकरणों के साथ आधुनिक कक्ष मुहैया करवाता है।

व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए एकेडमी ने कई प्रतिष्ठित हॉस्पिटल्स और मेडिकल केयर प्रोवाइडर्स को अपना ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट पार्टनर बनाया है, ताकि पाठ्यक्रम को पूरी तरह शिक्षा और रोजगारपरक बनाया जा सके।

स्मार्ट एकेडमी ने अलग-अलग पृष्ठभूमि से आए युवाओं और युवतियों को प्रशिक्षण दिया है और कुशल हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की कमी से जूझ रहे हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्च र को बेहतर बनाने में योगदान दिया है।

(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×