यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में दिमागी बुखार और ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से हुई 63 बच्चों की मौत पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. योगी ने कहा कि ये हादसा बहुत दुखद है और जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीएम योगी ने सफाई दी कि बच्चों की मौतों का कारण अलग-अलग है. सरकार ने जानकारी दी कि बीआरडी कॉलेज के प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा-
- इंसेफेलाइटिस के खिलाफ मुहिम की शुरुआत मैंने ही गोरखपुर से की थी.
- सीएम बनने के बाद बीआरडी कॉलेज का दो बार दौरा किया.
- पीएम मोदी भी इस घटना से चिंतित हैं. हमें आश्वस्त किया कि सभी केंद्र की तरफ से सभी तरह की सहायता की जाएगी.
- मीडिया में बच्चों की मौत को लेकर अलग-अलग आंकड़े जारी हुए हैं. तथ्यों को सही ढंग से रखा जाए.
- मौत के सही आंकड़े, लापरवाही किस स्तर पर हुई, क्या ऑक्सीजन रोकने से मौत हुई है? इसकी अधिकारियों ने जांच की है.
- हमने कल ही इस पर न्यायिक जांच के आदेश दे दिए थे.
- हमारे मंत्रियों ने गोरखपुर जाकर तथ्य इकठ्ठा किए हैं.
इससे पहले इलाहाबाद में एक सभा में योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि गोरखपुर में बच्चों की मौत गंदगी भरे वातावरण और खुले में शौच के चलते हुई है.
मच्छरों से फैलने वाली कई बीमारियां हैं, जिसमें इनसेफलाइटिस भी शामिल है. आपने बीते कुछ दिनों से बीआरडी मेडिकल कॉलेज पर मीडिया में आ रही खबरें तो सुनी होंगी. इस हादसों में छोटे-छोटे बच्चों की मौत इसलिए हुई, क्योंकि हम स्वच्छतापूर्ण जीवन नहीं जी रहे. गंदगी की वजह से ही इस देश का बच्चा असमय काल कलवित हो रहा है.योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ ने ये भी कहा, "सरकार कभी समस्या नहीं बन सकती, वह तो समाधान हैं और खुद सरकार समस्या बन जाए तो उन्हें सरकार में बने रहने का कोई अधिकार नहीं."
इस बीच उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की और कहा कि कैसे उनके स्वच्छता अभियान के जरिए लोगों को गंदगी से मुक्त किया जा रहा है.
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