उत्तर प्रदेश में एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी करने वाले पुलिसवालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुलखान सिंह ने कहा है कि ‘‘एफआईआर दर्ज करने में किसी प्रकार की हीला-हवाली न की जाए और क्षेत्राधिकार के विवाद में न पड़कर शिकायतकर्ता की एफआईआर तत्काल दर्ज की जाए. एफआईआर न दर्ज करने पर संबंधित थाना प्रभारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.''
ये ही नहीं, डीपीपी ने कहा कि
गोरक्षा और प्रेम संबंध जैसे मुद्दों पर कानून हाथ में लेकर हिंसा करने वालों और अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
सिंह ने ये निर्देश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को दिए हैं. इस दौरान उनके साथ वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.
एंटी रोमिया स्क्वॉड में बरती जाए सतर्कता
डीजीपी ने एंटी रोमियो स्क्वॉड के बारे में कहा कि एक ‘स्टैडिंग आर्डर' तैयार करा लिया जाये जिसमें ‘क्या करें और क्या ना करें' स्पष्ट रूप से लिखा हो.
उन्होंने कहा, ‘वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, स्क्वॉड को स्वयं ब्रीफिंग करें, स्क्वॉड को किसी प्रकार की कोई तफ्तीश नहीं करनी है और सिर्फ शरारती लोगों के खिलाफ ही कार्रवाई करनी है.’
उन्होंने मंगलवार को पुलिस से बातचीत करते हुए कहा कि ऐसे सभी व्यक्तियों को जेल न भेजा जाए बल्कि उनके अभिभावकों को बुलाकर समझाया जाए. इसके अलावा एंटी रोमियो स्क्वॉड कार्रवाई को वीडियो कैमरे से रिकॉर्ड करें.
(इनपुट भाषा से)
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