पटना, 27 नवंबर (आईएएनएस)| महाराष्ट्र की सियासत में मात खाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक बार फिर अपना कुनबा बढ़ाने की कोशिश में जुट गई है। अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा अपने पुराने मित्रों को फिर से साथ लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सी़ पी़ ठाकुर ने राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) को राजग में वापस लाने के लिए उनके नेता से बात करने की बात कही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सी़ पी़ ठाकुर ने बुधवार को पटना में पत्रकारों से कहा कि राजनीति में गलतियां होती रहती हैं, जिन्हें सुधारने की बाद में कोशिश भी होती है। उन्होंने रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को फिर से राजग में आने की सलाह देते हुए कहा कि वह (कुशवाहा) लोकसभा चुनाव के पहले हड़बड़ा कर चले गए थे, उन्हें अब वापस आ जाना चाहिए।
कुशवाहा को राजग में वापस लाने की कोशिश किए जाने के सवाल पर भाजपा नेता ने कहा, "मैं पहले भी उनके साथ रहा हूं। उन्हें वापस लाने के लिए प्रयास किया था। इस बार भी उपेंद्र को राजग से जोड़ने के लिए प्रयास करेंगे।"
उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा अगर पहल करते हैं तो उनका स्वागत करूंगा।
भाजपा के इस बयान पर रालोसपा के प्रधान सचिव माधव आनंद ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे और केंद्रीय मंत्री रहे ठाकुर अभिभावकतुल्य हैं, और उनके बयान पर प्रतिक्रिया नहीं दी जा सकती है। उन्होंने हालांकि कहा कि राजनीति में कोई भी स्थायी दोस्त और दुश्मन नहीं होता।
उल्लेखनीय है कि कुशवाहा बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर मंगलवार से पटना में आमरण अनशन पर बैठे हैं। उन्हें मंगलवार को विपक्ष के महागठबंधन में शामिल पार्टियों का भी साथ मिला है।
कुशवाहा पहले राजग में थे और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली पहली केंद्र सरकार में मंत्री भी थे, परंतु इस साल हुए लोकसभा चुनाव के पहले सीट बंटवारे से नाराज होकर वह राजग छोड़कर विपक्ष के महागठबंधन के साथ हो लिए थे।
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