उत्तराखंड (Uttarakhand) में शुक्रवार देर रात से पूरे राज्य में भारी बारिश की वजह से काफी परेशानी हो रही है. कई इलाकों में भूस्खलन की घटनाओं की सूचना मिली है. सड़कों पर काफी पानी जमा होने के कारण वह बाधित हो गई है. नदी नाले उफान पर हैं.
इसके अलावा देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर में अगले 24 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है यानी भारी से भारी बारिश की संभावना है.
शनिवार को भी लगातार हो रही बारिश की वजह से चमोली के ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पर लामबगड के पास एक नाले का जलस्तर बढ गया, इस दौरान बद्रीनाथ की ओर जा रही यात्रियों से भरी गाड़ी तेज पानी के बहाव में फंस गई. गाड़ी में फंसे यात्रियों को शुरुआत में कोई मदद नहीं मिल सकी, लेकिन इसके बाद लोकल थानाध्यक्ष तेज बहाव वाले पानी में उतर गए और किसी तरह वाहन को सुरक्षित किनारे पर लगा दिया. इस दौरान कोई घटना नहीं हुई.
उधर पिथौरागढ़ के सोबला क्षेत्र में बादल फटने की सूचना मिली है. इलाके का बैली पुल बह गया. यह पुल एक नाले पर बना हुआ था, जैसे ही इसमें उफान आया एक कपल बह गया. फिलहाल कहीं से भी जनहानि की कोई सूचना नहीं मिली है. उपजिलाधिकारी नंदन कुमार ने बताया नुकसान के आंकलन के राजस्व टीम रविवार सुबह मौके पर भेजी जाएगी. यहां की धौली नदी और महाकाली नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है.
लामबगड़ नाले का जलस्तर बढ़ने के कारण बद्रीनाथ हाईवे बंद है. इस समय कई लोग बद्रीनाथ धाम की यात्रा कर रहे हैं, जिन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. तीर्थयात्री पांडुकेश्वर और गोविंदघाट का हाईवे खुलने का भी इंतजार कर रहे हैं.
शनिवार को सुबह मौसम सामान्य होने पर लामबगड़ गदेरे में हाईवे को सुचारु करने का काम शुरू हुआ. दोपहर में करीब 12 बजे लामबगड़ गदेरे में पत्थरों का भरान करने के बाद वाहनों की आवाजाही शुरू कराई गई. इसके बाद करीब 1200 श्रद्धालु बदरीनाथ धाम पहुंचे. फिलहाल राज्य में भारी बारिश का अलर्ट है.
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