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Beating Retreat 2024 live stream: 'बीटिंग रिट्रीट' समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग यहां देखें

Beating Retreat 2024 live stream: बीटिंग द रिट्रीट समारोह का सीधा प्रसारण दूरदर्शन के राष्ट्रीय यूट्यूब चैनल या डीडी न्यूज पर आप लाइव 4 बजकर 45 से देख सकते हैं.

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Beating Retreat 2024 live stream: 75 वें गणतंत्र दिवस समारोह का समापन आज अब से कुछ देर बाद शुरु होने वालें बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी के साथ होगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस साल के बीटिंग द रिट्रीट समारोह की अध्यक्षता करेंगी. यह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसमें शास्त्रीय रागों से प्रेरित 29 धुनों पर (Annual Musical Extravaganza) भारतीय सेना अपनी प्रस्तुति देगी. भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना और सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स के बैंड इन धुनों पर एक साथ प्रस्तुति देंगे. समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे.

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Beating Retreat Ceremony live stream| बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम कब, कहां और कैसे देखें लाइव?

बीटिंग द रिट्रीट समारोह का सीधा प्रसारण दूरदर्शन के राष्ट्रीय यूट्यूब चैनल या डीडी न्यूज पर आप लाइव 4 बजकर 45 से देख सकते हैं. इसे अलग-अलग न्यूज चैनल भी प्रसारित करते हैं. आप AIR ऐप पर भी इसे लाइव देख सकते हैं.

Beating Retreat समारोह क्या हैं?

बीटिंग द रिट्रीट समारोह हर साल 29 जनवरी को विजय चौक पर आयोजित किया जाता है. यह एक पारंपरिक समारोह है, जिसमें तीनों सेनाएं, संगीतमय प्रस्तुति देती हैं, परेड करती हैं. इस इवेंट में शामिल होने भारत के राष्ट्रपति अपने घुड़सवार सेना की सुरक्षा में रहते हैं. वे ही इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होते हैं.

समारोह की शुरुआत पीबीजी की ओर से राष्ट्रीय सलामी देने के साथ होती है. सलामी के बाद राष्ट्रगान होता है और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है. इस कार्यक्रम में अलग-अलग सेना रेजिमेंटों के सैन्य बैंड, पाइप और ड्रम बैंड, बिगुलर और ट्रम्पेटर्स भाग लेते हैं.

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'बीटिंग रिट्रीट' सदियों पुरानी सैन्य परंपरा का प्रतीक

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 'बीटिंग रिट्रीट' सदियों पुरानी सैन्य परंपरा का प्रतीक है. रिट्रीट बजने पर सैनिक लड़ना बंद कर देते थे, अपने हथियार रख लेते थे, युद्ध के मैदान से हट जाते थे और सूर्यास्त के समय शिविरों में लौट आते थे. मंत्रालय ने कहा, रंगों और मानकों को ढक दिया जाता था और झंडे उतार दिए जाते थे. यह समारोह बीते समय की पुरानी यादें ताजा करता है.

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