न्यूज चैनल Aaj Tak ने रविवार, 12 जून को एक न्यूज स्टोरी पब्लिश की. स्टोरी में हैदराबाद (Hyderabad) के गौलीगुडा मस्जिद (Mosque) में हुए केमिकल विस्फोट के बारे में बताया गया था, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.
इस न्यूज रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट और चैनल के ही ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से घटना से जुड़े एक ट्वीट को शेयर किया जा रहा है. और मस्जिद में केमिकल की मौजूदगी पर सवाल उठाया जा रहा है. इस स्टोरी को राइट विंग प्रोपगैंडा वेबसाइट OpIndia ने भी शेयर किया था.
हालांकि, हमने पाया कि Aaj Tak में पब्लिश स्टोरी सही नहीं थी. हैदराबाद के अफजलगंज के गौलीगुडा इलाके में धमाका हुआ था, न कि मस्जिद के अंदर.
प्रारंभिक जांच के अनुसार, ये विस्फोट तब हुआ जब दो शख्स भरत और वेणुगोपाल, एक्सपायर हो चुके केमिकल को नाले में फेंक रहे थे. इस घटना में भरत की मौत हो गई, जबकि वेणुगोपाल गंभीर रूप से घायल हो गया. विस्फोट पर फाइनल फोरेंसिक रिपोर्ट आनी अभी बाकी है.
दावा
स्क्रीनशॉट शेयर कर कैप्शन में लिखा जा रहा है, "मस्जिद में कैमिकल का क्या काम? इतना कैमिकल की उसमे ब्लास्ट हो जाये क्यों इकट्ठा किया गया था? कैसा कैमिकल था जिसमें ब्लास्ट हो जाये?"
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने कीवर्ड सर्च की मदद से Aaj Tak की रिपोर्ट चेक की और हमें चैनल के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट मिला. इसमें स्टोरी की हेडलाइन वही थी, लेकिन कैप्शन अलग था.
स्टोरी पर क्लिक करने पर, हमने पाया कि स्टोरी अपडेट की गई थी और मस्जिद से जुड़े संदर्भों को हेडलाइन और स्टोरी दोनों से हटा दिया गया था.
हालांकि, हमें इस स्टोरी का आर्काइव मिला, जिसमें बताया गया था कि विस्फोट हैदराबाद की मस्जिद में हुआ था.
इसके बाद, हमने हैदराबाद में विस्फोट से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स सर्च कीं. हमें कई रिपोर्ट्स मिलीं. The News Minute की रिपोर्ट के मुताबिक, ''अफजलगंज पुलिस थाने के अंतर्गत गौलीगुडा में तब एक केमिकल विस्फोट हुआ, जब दो लोग मेनहोल में केमिकल डाल रहे थे.
विस्पोट में भरत नाम के एक शख्स की मौत हो गई, जबकि उसके पिता वेणुगोपाल गंभीर रूप से घायल हो गए. वेणुगोपाल का इलाज उस्मानिया जनरल अस्पताल में चल रहा है.
हमें PTI और New Indian Express पर भी घटना से जुड़ी रिपोर्ट्स मिलीं.
रिपोर्ट्स से क्लू लेकर, हमने अफजलगंज पुलिस थाने के एसएचओ एम रविंदर रेड्डी से संपर्क किया. उन्होंने न्यूज रिपोर्ट्स में दी गई जानकारी की पुष्टि की. रेड्डी ने हमें बताया कि भरत एक प्राइवेट फर्म में काम करता था. उसके पिता एक स्थानीय दुकान चलाते थे, जहां रेजिन शीट बनाने में इस्तेमाल होने वाला केमिकल बेचा जाता था.
जिस दिन विस्फोट हुआ, उस दिन दोनों अपने घर के पास के नाले में कुछ केमिकल फेंक कर रहे थे और फंसे हुए केमिकल को रॉड के सहारे हटा रहे थे. इसी दौरान ये विस्फोट हो गया.
रेड्डी ने बताया, ''विस्फोट उन लोगों के घर के ठीक सामने हुआ और उनकी दुकान उनके घर से मुश्किल से 50 मीटर की दूरी पर है. मस्जिद में कोई विस्फोट नहीं हुआ था. ये दावा पूरी तरह से झूठा है.''
मतलब साफ है, Aaj Tak की एक गलत रिपोर्ट का इस्तेमाल कर राइटविंग वेबसाइट OpIndia और दूसरे सोशल मीडिया यूजर्स ने इस झूठे दावे को शेयर किया कि हैदराबाद की मस्जिद में विस्फोट हुआ है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)