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परशुराम मंदिर में जूते पहनकर नहीं पहुंचे अखिलेश यादव, सच यहां है

परशुराम मंदिर के उद्घाटन के दूसरे विजुअल्स देखने पर पुष्टि हो रही है कि अखिलेश यादव ने जूते नहीं पहने थे

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सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और एसपी प्रमुख अखिलेश यादव जूते पहनकर पूजा में शामिल हुए. हालांकि हमारी पड़ताल में सामने आया कि ये दावा गलत है.

फोटो जिस कार्यक्रम की है, उसका पूरा वीडियो हमने देखा. वीडियो में देखा जा सकता है कि पूजा स्थल पर जाने से पहले अखिलेश ने अपने जूते उतारे थे.

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दावा

फोटो को अलग-अलग कैप्शंस के साथ इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि अखिलेश ने जूते पहनकर पूजा में हिस्सा लिया

यही दावा करते अन्य सोशल मीडिया पोस्ट्स का अर्काइव यहां और यहां देख सकते हैं

पड़ताल में हमने क्या पाया

गूगल लैंस के जरिए वायरल फोटो को सर्च करने पर हमें अखिलेश यादव के 2 जनवरी, 2022 के ट्वीट में हमें यही फोटो मिली. अखिलेश के इस ट्वीट से हमें क्लू मिला कि ये फोटो परशुराम मंदर या परशुराम की पूजा से जुड़े समारोह की है.

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समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से 2 जनवरी को ट्वीट की गईं इसी आयोजन की अन्य तस्वीरें हमें मिलीं. परशुराम की मूर्ति से स्पष्ट हो रहा है कि दोनों तस्वीरें एक ही आयोजन की हैं. ट्वीट से पता चला कि ये तस्वीरें लखनऊ के गोसाईगंज में परशुराम मंदिर में दर्शन के लिए गए अखिलेश यादव की है.

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अब हमने अलग-अलग कीवर्ड के जरिए लखनऊ के गोसाईगंज में परशुराम मंदिर गए अखिलेश यादव से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स सर्च कीं. हमें 2 जनवरी, 2022 की रिपोर्ट्स से हमें पता चला कि इस दिन अखिलेश ने समाजवादी पार्टी की विजय रैली की शुरुआत परशुराम मंदिर के उद्घाटन से की थी.

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अखिलेश की वायरल फोटो में जूम करने से भी ये स्पष्ट नहीं हुआ कि उनके पैर में जूता है या मोज़ा. इसलिए हमने ऐसे विजुअल खोजने शुरू किया, जिनमें अखिलेश बाहर से मंदिर में प्रवेश करते दिख रहे हों, जिनसे स्पष्ट हो सके कि वह बिना जूते उतारे ही मंदिर में घुस गए या नहीं.

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सपा के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर हमें परशुराम मंदिर के उद्घाटन की लाइव स्ट्रीमिंग का वीडियो मिला. वीडियो में 6:00 मिनट के बाद अखिलेश को बस से उतरकर मंदिर की तरफ जाते देखा जा सकता है.

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वीडियो में 6:43 मिनट बाद अखिलेश मंदिर के पास बनी रैलिंग तक पहुंचते हैं, यहां उनके मूवमेंट से साफ हो रहा है कि वो जूते उतार रहे हैं. ठीक 6:45 मिनट पर नीचे की तरफ देखते हुए अखिलेश यादव ने जूते उतारे, या उनके मूवमेंट से समझ आ रहा है. 8: 39 मिनट बाद अखिलेश को पूजा में बैठे हुए भी देखा जा सकता है. इस विजुअल में साफ दिख रहा है कि वो काले रंग के मोजे पहने हैं, जूते नहीं.

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सपा के फेसबुक पेज से भी 2 जनवरी को कुछ तस्वीरें पोस्ट की गई थीं, इनमें से एक तस्वीर में अखिलेश यादव उस मंदिर से ठीक बाहर खड़े देखे जा सकते हैं जहां पूजा हुई. इस तस्वीर में साफ दिख रहा है कि अखिलेश जूते नहीं बल्कि काले रंग के मोजे पहने हुए हैं.

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सोशल मीडिया पर किया जा रहा ये दावा सही नहीं है कि अखिलेश यादव जूते पहनकर परशुराम की पूजा में शामिल हुए.

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