सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि अर्थशास्त्र में नोबल प्राइज विजेता अमर्त्य सेन (Amartya Sen) का निधन हो गया है.
किसने किया है शेयर?: ये दावा कई सोशल मीडिया यूजर्स के साथ-साथ न्यूज वेबसाइट ने भी शेयर किया है. इनमें Moneycontrol, Times of India, Zee News, PTI, First Post, Business Today, Deccan Chronicle Free Press Journal और The Siasat Daily जैसे मीडिया संस्थान शामिल हैं. फेसबुक पर भी ये दावा बड़े पैमाने पर किया गया. अर्काइव यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
सबसे पहले ये दावा इस साल अर्थशास्त्र में नोबेल पाने वाली क्लाउडिया गोल्डिन के नाम पर बने एक फर्जी अकाउंट से शेयर किया गया था.
सच क्या है?: अमर्त्य सेन के निधन की खबर फर्जी है. सबसे पहले ये दावा करने वाले X अकाउंट ने भी थोड़ी देर बाद पोस्ट करके बताया है कि ये एक फर्जी अकाउंट है जो अर्थशास्त्री क्लाउडिया के नाम पर बनाया गया है.
क्लाउडिया गोल्डिन का असली अकाउंट @PikaGoldin है, न कि @profCGoldin.
इसके अलावा, CNN News18 में एडिटर ईस्ट कमलिका सेन गुप्ता ने भी ट्वीट कर जानकारी दी है कि उन्होंने सेन की बेटी से बात की है और सेन पूरी तरह से ठीक हैं.
अमर्त्य सेन की बेटी नंदना सेन ने भी ट्वीट कर अपने पिता के निधन से जुड़ी खबर को फर्जी बताया है.
सबसे पहले अफवाह किसने फैलाई?: अर्थशास्त्री क्लाउडिया के नाम पर बने फर्जी अकाउंट से सेन के निधन की फर्जी जानकारी देने के तुरंत बाद एक और पोस्ट किया गया जिसमें लिखा गया, ''ये अकाउंट फर्जी है, जिसे किसी इटैलियन पत्रकार टोमासो डेबेनेडेटी ने बनाया है.''
टोमासो डेबेनेडेटी है कौन?: साल 2022 में ब्रिटिश लेखक और उपन्यासकर काज़ुओ इशिगुरो के निधन की ऐसी ही फर्जी खबर पोस्ट की गई थी. जिसे Faber Books UK के नाम के फर्जी ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया था.
इसके बाद, इस फर्जी अकाउंट से भी इस खबर को फर्जी बताते हुए पोस्ट किया गया. और यहां भी इसे किसी पत्रकार टोमासो डेबेनेडेटी का अकाउंट बताया गया.
The Guardian की 30 मार्च 2012 की रिपोर्ट के मुताबिक, टोमासो डेबेनेडेटी "दुनिया के सबसे रचनात्मक और सफल नकली ट्वीट करने वालों में से एक है".
रिपोर्ट के मुताबिक, इस शख्स ने इसके पहले भी कई लोगों के निधन से जुड़े फर्जी ट्वीट किए हैं. इनमें फिदेल कास्त्रो और पेद्रो अल्मोडोवर जैसे लोगों के निधन से जुड़ी फर्जी खबरें हैं.
डी बेनेडेटी इसके पहले भी कई अलग-अलग शख्सियतों के फर्जी अकाउंट बनाकर ऐसे झूठे दावे कर चुके हैं.
निष्कर्ष: साफ है कि फर्जी अकाउंट बनाकर पोस्ट करने वाले शख्स ने ये फर्जी खबर फैलाई की अमर्त्य सेन का निधन हो गया है, जिसे कई मीडिया संस्थानों ने भी सच मान लिया.
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