सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है. देखने में ये फोटो हिंदू धर्म में पूजनीय हनुमान की मूर्ति लग रही है. दावा किया जा रहा है कि फोटो अमेरिका में सदियों से पूजे जा रहे मंकी गॉड की है.
वेबकूफ की पड़ताल में सामने आया है कि वायरल फोटो अमेरिका की जरूर है, लेकिन वहां इसे पूजा नहीं जाता. फोटो अमेरिका के म्यूजियम में रखे एक स्टेच्यू की है, जिसे 1992 में भारत से ले जाया गया था.
दावा
फोटो के साथ शेयर किया जा रहा मैसेज है - “अमेरिका के हनुमानजी-- यह मूर्ति अमेरिका के प्राचीन देवता "Monkey God " की है . जो अब Colorado के Denver Art Musiam में है. पूरे विश्व मे एकमात्र धर्म सनातन हिन्दू धर्म ही था, इससे ज़्यादा पुख़्ता प्रमाण और क्या दिए जा सकते है ?”
ट्विटर के अलावा फेसबुक पर भी फोटो इसी दावे के साथ शेयर की जा रही है.
पड़ताल में हमने क्या पाया
वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें यूएस के डेनवर आर्ट म्यूजियम की वेबसाइट पर यही फोटो मिली.
म्यूजियम की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, मूर्ति मूल रूप से दक्षिण भारत की है और 18वीं सदी से पहले की है. 1991 में मूर्ति को डेनवर म्यूजियम लाया गया था.
फोटो के कैप्शन में मंकी गॉड के आगे ब्रैकेट में हनुमान लिखा है. यानी कि मंकी गॉड शब्द का इस्तेमाल सिर्फ हनुमान के वानर स्वरूप को समझाने के लिए हुआ है. वेबसाइट पर ऐसा जिक्र कहीं नहीं है कि अमेरिका में मंकी गॉड की पूजा होती है.
पड़ताल के दौरान हमें एसोसिएट प्रेस के यूट्यूब चैनल पर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के इंटरव्यू का एक हिस्सा मिला. इस इंटरव्यू में ओबामा अपनी जेब से हनुमान की छोटी प्रतिमा निकालकर कहते हैं, “ये हिंदू देवता हनुमान - मंकी गॉड की प्रतिमा है, जो मुझे किसी ने दी थी.” इंटरव्यू में ओबामा ने ऐसा जिक्र नहीं किया कि हनुमान को अमेरिका में मंकी गॉड के रूप में पूजा जाता है.
अलग-अलग कीवर्ड सर्च करने से भी इंटरनेट पर किसी विश्वसनीय सोर्स पर हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली, जिससे पुष्टि होती हो कि हनुमान को अमेरिका में किसी अलग स्वरूप में पूजा जाता है. मतलब साफ है कि सोशल मीडिया पर हनुमान की मूर्ति को लेकर किया जा रहा दावा फेक है.
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