सोशल मीडिया पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की एक एडिटेड फोटो को शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने आरोप लगाया है कि ओवैसी, बीजेपी की टीम बी की तरह काम करते हैं.
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से पहले चरण का मतदान शुरू होना है. चुनाव प्रचार जोरों पर है, इसी बीच सोशल मीडिया पर चुनाव से जुड़ी भ्रामक खबरों का सिलिसिला भी जारी है. वेबकूफ की पड़ताल में सामने आया कि ये फोटो एडिटेड है. असदुद्दीन ओवैसी और अमित शाह की दो अलग-अलग तस्वीरों को एडिट कर शेयर किया जा रहा है.
दावा
ट्विटर और फेसबुक पर ये फोटो अलग-अलग कैप्शन के साथ शेयर की जा रही है.
पड़ताल में हमने क्या पाया
वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने से हमें यूट्यूब पर 28 फरवरी, 2018 को अपलोड किया गया एक वीडियो बुलेटिन मिला. इसके मुताबिक, असदुद्दीन ओवैसी ने मूसी नदी के विकास से जुड़े एक प्रोजेक्ट को लेकर आईएएस अफसर नवीन कुमार से मुलाकात की थी.
वीडियो में वायरल फोटो से मिलती हुआ विजुअल भी है. बैकग्राउंड बिल्कुल एक जैसा है. सिर्फ सोफे पर ओवैसी के सामने अमित शाह बैठे नहीं दिख रहे हैं.
रिवर्स सर्च के दौरान ही हमें 2018 के कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में भी इस मीटिंग की तस्वीरें मिलीं.
असदुद्दीन ओवैसी के ऑफिशियल फेसबुक पेज से भी 28 फरवरी, 2018 को यही फोटो पोस्ट की गई थी.
2018 की फोटो को वायरल हो रही फोटो से मिलाने पर साफ हो रहा है कि वायरल फोटो में एडिटिंग के जरिए अमित शाह की तस्वीर जोड़ी गई है. ओवैसी का लिबास वही है जो वायरल फोटो में है. ओवैसी के बगल में बैठा वही शख्स इस वीडियो में देखा जा सकता है, जो वायरल फोटो में है.
अमित शाह की फोटो
कुछ ट्विटर यूजर्स ने वायरल फोटो को फेक बताते हुए अमित शाह की एक फोटो ट्वीट की, जिसमें वे पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ बैठे दिख रहे हैं.
गूगल पर (Amit Ahah Met Amrinder Singh) कीवर्ड सर्च करने पर हमें द ट्रिब्यून की 2 दिसंबर की रिपोर्ट में अमित शाह और कैप्टन अमरिंदर सिंह की यही फोटो मिली.
अमित शाह की फोटो का डायरेक्शन बदलकर उसे असदुद्दीन ओवैसी की फोटो के साथ जोड़ा गया. फोटो एडिटिंग टूल के जरिए हमने जब अमरिंदर सिंह और अमित शाह की इस फोटो को फ्लिप किया, तो वही डायरेक्शन आया जो वायरल फोटो में है.
अमित शाह जिस सोफे पर कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ वाली फोटो में दिख रहे हैं, वही सोफा वायरल फोटो में देखा जा सकता है. अमित शाह का लिबास भी बिल्कुल वही है.
मतलब साफ है कि पश्चिम बंगाल चुनाव के बीच दो अलग-अलग तस्वीरों को एडिट कर इस झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि अमित शाह और ओवैसी ने साथ बैठक की.
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