सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में प्रदर्शनकारी गाड़ियों के एक काफिले को रोकते और नारे लगाते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के काफिले पर हमला किया गया था, जिसे किसी भी न्यूज चैनल ने नहीं दिखाया.
हालांकि हमने पाया कि ये वीडियो 2017 का है, जब लखनऊ विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स ने विरोध प्रदर्शन किया था और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के काफिले को रोका था.
दावा
3:11 मिनट लंबे इस वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है , "आज यूपी के सीएम योगी पर खुला हमला. किसी टीवी चैनल ने इसे नहीं दिखाया."
हमारी WhatsApp टिपलाइन पर भी इस दावे से जुड़ी क्वेरी आई है.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVid का इस्तेमाल कर वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से कुछ को Yandex पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
इससे, हमें 'VSSP Live News Uttar Pradesh' नाम के यूट्यूब चैनल पर साल 2018 में अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. यहां से ये पता चलता है कि ये वीडियो हाल का नहीं है.
इसके बाद, हमने घटना से जुड़े जरूरी कीवर्ड का इस्तेमाल कर सर्च किया. हमें 3 जुलाई 2018 का Hindustan Times पर पब्लिश एक न्यूज आर्टिकल मिला. आर्टिकल के मुताबिक, लेफ्ट-विंग ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) और समाजवादी पार्टी की स्टूडेंट विंग छात्र सभा के स्टू़डेंट्स ने जून 2017 में लखनऊ यूनिवर्सिटी में सीएम के दौरे के विरोध में उनकी गाड़ियों के काफिले को रोक लिया था.
रिपोर्ट में कहा गया है, ''पिछले साल 7 जून को, AISA और समाजवादी पार्टी के स्टूडेंट्स विंग के कई छात्र नेताओं ने मुख्यमंत्री के काफिले को रोका और यूनिवर्सिटी में उनके दौरे का विरोध करते हुए काले झंडे लहराए. पुलिस ने इन छात्रों में से 11 को गिरफ्तार किया था.''
आर्टिकल में इस्तेमाल की गई तस्वीर में गुलाबी रंग के कुर्ते में एक महिला देखी जा सकती है, वही महिला हाल में वायरल हुए वीडियो में भी दिख रही है.
HT में इस्तेमाल की गई फोटो के कैप्शन में लिखा गया है, ''छात्र प्रदर्शनकारियों ने जून, 2017 में लखनऊ में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के काफिले को रोका.''
इस खबर को NDTV और Times of India ने भी पब्लिश किया था.
हमने हिंदी में कीवर्ड का इस्तेमाल कर यूट्यूब पर भी वीडियो को सर्च किया. हमें 12 जून 2017 का ABP News Hindi के यूट्यूब हैंडल पर अपलोड किया गया यही वीडियो मिला. इसका टाइटल था, "योगी आदित्यनाथ के काफिले पर हमले का सच."
मतलब साफ है कि 2017 का एक पुराना वीडियो इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि हाल में ही यूपी के सीएम के काफिले पर हमला किया गया था.
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