सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर हो रहा है जिसमें पुलिस बुर्का पहने एक महिला के वेश में एक व्यक्ति की जांच कर रही है. जांच में बुर्के के नीचे शराब की बोतलें पकड़ी गई थीं. इस वीडियो को Uniform Civil Code के साथ जोड़कर वायरल किया जा रहा है.
दावा: वीडियो को शेयर कर इस तरह के कैप्शंस लिखे गए हैं कि जिससे यह लगे कि यह वीडियो भारत के किसी कोने का है, और यहां बुर्के का किस तरह दुरुपयोग हो रहा है.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. यह वीडियो पुरानी और भारत की नहीं है बल्कि बांग्लादेश की है.
यह वीडियो बांग्लादेश के चटगांव जिले के रावज़ान का है, जहां मार्च 2021 में पुलिस ने एक व्यक्ति को गर्भवती महिला का वेश धारण कर शराब की तस्करी करने की कोशिश करते हुए पकड़ा था.
यह वीडियो पहले भी अन्य झूठे और भ्रामक दावों के साथ वायरल हो चुका है.
हमनें सच का पता कैसे लगाया ? हमने Google Chrome के InVid WeVerify एक्सटेंशन का इस्तेमाल कर इस वीडियो से कई कीफ्रेम निकाले और उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
Yandex रिवर्स इमेज सर्च में हमें 'Tarix Aliyev' नाम के एक वेरिफाइड हैंडल पर पोस्ट किया गया एक Instagram Reel मिला जिसे 19 जुलाई 2021 को पोस्ट किया गया था.
हमने YouTube पर इससे सम्बंधित कीवर्ड सर्च किए जिसमें हमें 11 मार्च को 'Smile TV Bangla' द्वारा पोस्ट किया गया यह वीडियो मिला जिसे 11 मिलियन बार देखा जा चुका है.
इस रील और वीडियो में बताया गया है कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, बांग्लादेश में चटगांव डिवीजन की रावजान पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया, जिनमें से एक बुर्का पहने हुए गर्भवती महिला के वेश में था, जो शराब की तस्करी करते हुए पकड़े गए थे.
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि बांग्लादेश के कानून के मुताबिक देश में शराब का सेवन करना प्रतिबंधित है और वहां शराब पीने के लिए लाइसेंस प्राप्त करना आवश्यक है.
न्यूज रिपोर्ट्स: इसके बाद, हमने बंगाली में इससे मिलते जुलते कीवर्ड सर्च किए जिसमें हमें इस घटना के बारे में कई न्यूज रिपोर्ट मिलीं। 'सीप्लस टीवी बांग्ला' के अनुसार,
हमें चटगांव के रावज़ान पुलिस स्टेशन के फेसबुक पेज पर रावज़ान टीवी नाम के एक स्थानीय चैनल द्वारा रिपोर्ट की गई घटना का वीडियो मिला.
रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना 9 मार्च को हुई थी और आरोपियों की पहचान मोहम्मद सागर (20) और अमीना बेगम (19) के रूप में हुई थी.
हमने चटगांव पुलिस की वर्दी भी चेक और यह पाया कि वर्दी वायरल वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मियों से मेल खाती है.
यह वीडियो पहले भी एक बार भ्रामक दावों के साथ वायरल हुआ था. तब भी हमनें इसके फैक्ट चेक किया था जिसे आप यहां पढ़ सकते हैं.
निष्कर्ष: यह साफ़ है कि बांग्लादेश में शराब की तस्करी करते हुए पकड़े गए दो आरोपियों का पुराना वीडियो, भारत के मुसलमानों के साथ जोड़कर भ्रामक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है.
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