सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ को एक बिल्डिंग में तोड़फोड़ करते देखा जा सकता है.
दावा: इस वीडियो को शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि बंगलादेश के हिंदुओं (Bangladeshi Hindu) पर ऐसे अटैक हो रहे हैं.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. यह सच है कि वीडियो बांग्लादेश का है पर ये किसी बांग्लादेशी हिंदू के घर पर हुए हमले का नहीं.
वायरल वीडियो में दिख रही बिल्डिंग केरानीगंज, ढाका में मौजूद डीबी साउथ, ढाका जिले का कार्यालय भवन है. इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल शामिल नहीं है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने इस वायरल वीडियो को Google Lens की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया. हमारी सर्च मे हमें यही वीडियो BD News 24 पर मिला.
इस वीडियो के टाइटल में लिखा था - "एक पुलिस अधिकारी बदमाशों के हत्थे चढ़ गया." (बांग्ला से हिंदी में अनुवाद.)
हमें X (पूर्व में ट्विटर) पर इस वीडियो के बारे में बांग्लादेशी फैक्ट-चेकर शोहानूर रहमान की यह पोस्ट मिली, जिसमें लिखा था -
"यह वीडियो आज का नहीं है और इसका हिंदुओं से कोई लेना-देना नहीं है. यह वीडियो 5 अगस्त का है और इसमें पुलिस की बिल्डिंग दिखाई गई है. यह केरानीगंज, ढाका में स्थित डीबी साउथ, ढाका जिला का कार्यालय भवन है.
शेख हसीना के पतन के बाद लोगों ने नागरिक और छात्र विरोध प्रदर्शनों के खिलाफ पुलिस की क्रूर भूमिका के कारण इस इमारत पर हमला किया था. "
इसके सिवा हमें यह वीडियो एक अन्य Youtube चैनल पर मिली, जिसके टाइटल में लिखा था - "डीबी कार्यालय को खत्म किया जा रहा है!" (बांग्ला से हिंदी में अनुवाद)
वीडियो को ध्यान से देखने पर हमनें इसमें नजर आ रहे बोर्ड पर लिखे टेक्स्ट को Google Lens की मदद से ट्रांसलेट किया, ट्रांसलेट करने पर हमनें पाया कि बोर्ड पर बांग्लादेश पुलिस लिखा हुआ था.
Google Maps से लोकेशन की पहचान: गूगल मैप्स पर इसकी लोकेशन सर्च करने पर इस बात की पुष्टि हो गई यह बिल्डिंग केरानीगंज के ढाका पुलिस स्टेशन की है. किसी हिंदू या अन्य बांग्लादेशी नागरिक का घर नहीं है.
निष्कर्ष: बांग्लादेश के एक पुलिस स्टेशन में आग लगाए जाने के वीडियो को हिंदुओ पर हुए अटैक का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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