(चेतावनी: वीडियो की हिंसात्मक प्रकृति की वजह से कुछ रीडर्स को परेशानी हो सकती है)
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है. वीडियो में एक शख्स बड़ी ही निर्दयता से एक दूसरे शख्स पर हमला करते देखा जा सकता है. हमलावर जय श्री राम के नारे भी लगा रहा है. इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हाल में ही चुनकर आई बीजेपी (BJP) सरकार के गुंडे हैं.
हाल में ही उत्तर प्रदेश चुनाव परिणाम आए हैं. ऐसे में ये दावा किया जा रहा है कि बीजेपी सरकार के सत्ता में आते ही हिंसा शुरू हो गई है.
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में स्पष्ट बहुमत हासिल किया है और फिर से सरकार बनाई है.
हालांकि, हमने पाया कि ये वीडियो 2019 का है और बिहार के कैमूर जिले का है. तब भभुआ वार्ड पार्षद के बेटे ने कथित तौर पर एक शख्स को गोली मार दी थी. इसके बाद स्थानीय लोगों ने उसे पुलिस की मौजूदगी में बेरहमी से पीटा था.
क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस वीडियो की पड़ताल 2019 में भी की थी. तब इसे शेयर कर ये झूठा दावा किया गया था कि ये पश्चिम बंगाल की घटना है. वहीं कुछ लोगों ने दावा किया था कि शख्स की पिटाई इसलिए की गई थी क्योंकि वो एक 'ईसाई प्रचारक' था.
दावा
45 सेकंड का ये वीडियो इस दावे से शेयर किया गया, ''नई सरकार बनने पर एक बेकसुर की जान लेकर बिजेपी के गुण्डों ने मनाया जश्न।"
वीडियो में एक शख्स को जमीन पर पड़े दूसरे शख्स के सीने में बैठ उसी पीटते देखा जा सकता है. इसके अलावा, एक और व्यक्ति पिटने वाले के सीने में लातों से मारता दिख रहा है. इस दौरान कई लोगों को वहां वीडियो रिकॉर्ड करते हुए भी देखा जा सकता है.
(नोट: वीडियो की हिंसात्मक प्रकृति की वजह से हमने वीडियो से जुड़े लिंक स्टोरी में इस्तेमाल नहीं किए हैं)
कई यूजर्स ने इस वीडियो को इसी दावे से फेसबुक और ट्विटर पर शेयर किया है.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने वीडियो के कमेंट देखे. हमें एक यूजर का जवाब मिला, जिसके मुताबिक ये वीडियो बिहार के कैमूर जिले का है और पुराना है.
यहां से क्लू लेकर, हमने गूगल पर जरूरी कीवर्ड का इस्तेमाल कर घटना से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स सर्च कीं. हमें India Today पर 5 अक्टूबर 2019 को पब्लिश एक स्टोरी मिली.
रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना बिहार के कैमूर जिले के भभुआ के शिवाजी चौक इलाके की है.
रिपोर्ट के मुताबिक, भभुआ वार्ड पार्षद के बेटे ने कथित तौर पर एक शख्स को गोली मार दी थी, जिसकी अस्पताल में मौत हो गई थी. इसके बाद आरोपी वार्ड पार्षद के बेटे की स्थानीय लोगों ने बेरहमी से पिटाई कर दी.
हमें 2 अक्टूबर 2019 को Dainik Jagran पर भी पब्लिश एक रिपोर्ट मिली.
रिपोर्ट में बताया गया था कि जिस शख्स की पिटाई की गई उसकी पहचान शाहिद राइन के रूप में हुई है. शाहिद ने भभुआ में माधव सिंह नाम के एक शख्स को कथित तौर पर गोली मारी थी. राइन को वही कपड़े पहने हॉस्पिटल के बेड में लेटा देखा जा सकता है जो वीडियो में पहने दिख रहा है.
हमें 'Uttar Pradesh Police fact check' एक ऑफिशियल हैंडल से किया गया 11 मार्च का एक ट्वीट भी मिला, जिसमें बताया गया था कि ये वीडियो बिहार का है.
इसके पहले पश्चिम बंगाल का बता शेयर किया गया था वीडियो
2019 में कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) नेता और पूर्व लोकसभा सांसद मो. सलीम ने इस वीडियो को शेयर कर दावा किया था कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल का है.
उस समय कैमूर जिले के एसपी दिलनवाज हसन ने क्विंट से बातचीत में बताया था कि शख्स की पिटाई इसलिए की गई थी क्योंकि उसने कथित तौर पर किसी को गोली मारी थी. उसका इलाज कराके जेल भेज दिया गया था.
अहमद ने बताया था, कि वीडियो में जो शख्स पिटाई करता दिख रहा है उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है.
मतलब साफ है, बिहार के कैमूर का पुराना वीडियो उत्तर प्रदेश का बता गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी Webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)