समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें उन्होंने हाथ में एक पोस्टर पकड़ा हुआ है. पोस्टर में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की फोटो लगी हुई है और लिखा है- जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे.
हालांकि, हमारी पड़ताल में ये तस्वीर एडिटेड निकली. ओरिजिनल फोटो में उनके हाथ में जो पोस्टर है, उसमें नौकरी और रोजगार के बारे में समाजवादी पार्टी का वादा लिखा हुआ है.
दावा
वायरल फोटो को Times Now Navbharat की जर्नलिस्ट श्वेता भट्टाचार्य ने ट्वीट कर लिखा, ''इस तस्वीर को देखकर आप क्या कहेंगे ?''
श्वेता भट्टाचार्य के इस ट्वीट को स्टोरी लिखते समय तक 10,600 से ज्यादा लाइक और 1800 से ज्यादा रिट्वीट किया जा चुका है.
इस फोटो को यूपी बीजेपी प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तव ने भी ट्वीट किया है और लिखा है, ''कोई संशय न था, न है। यूपी कह रहा #आएंगे_तो_योगी_ही #बीजेपी_ही_जीतेगी अब तो अखिलेश यादव जी ने भी मन बना लिया है कि "जो राम को लाए हैं हम उनको ही लाएँगे"!सबके #MannKiBaat की बात यही है कि पुनः #BJP4UP सरकार''
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने श्वेता के ट्वीट के कमेंट्स पर जाकर देखा. हमें एक विकास यादव नाम वाले एक यूजर का रिप्लाई मिला. जिसने हूबहू ऐसी ही फोटो शेयर कर वायरल फोटो को फेक बताया था.
इस फोटो में अखिलेश यादव के हाथ में जो पोस्टर है, उसमें लिखा हुआ है- ''नौकरी-रोजगार संकल्प शृंखला प्रथम संकल्प IT सेक्टर''
यहां से क्लू लेकर हमने इसी कीवर्ड के साथ फोटो रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें Prolekha नाम की एक वेबसाइट पर 22 जनवरी 2022 की एक रिपोर्ट मिली. जिसमें इस फोटो का इस्तेमाल किया गया था.
समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से 22 जनवरी 2022 को किया गया एक ट्वीट भी मिला. जिसमें इस्तेमाल की गई दो तस्वीरों में से एक तस्वीर ये भी थी.
ट्वीट में बताया गया था कि अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर ‘नौकरी-रोजगार संकल्प श्रृंखला‘ में आईटी सेक्टर में 22 लाख नौजवानों को नौकरी दी जाएगी.
इस ट्वीट पर समाजवादी पार्टी के ही ऑफिशियल फेसबुक पेज का लिंक भी दिया गया था. जिसमें 22 जनवरी को लखनऊ में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुई संकल्प श्रृंखला से जुड़ी चर्चा के बारे में विस्तार से बताया गया था कि:
समाजवादी पार्टी लखनऊ से आगे कानपुर, आगरा, बरेली, झांसी, वाराणसी और पूर्वांचल में भी आईटी का हब बनाएगी और 22 लाख से अधिक नौजवानों को आईटी सेक्टर में नौकरी दिलाने का वायदा पूरा करेगी.
पोस्ट में आगे ये भी बताया गया था कि ये 22 लाख नौकरियां पुलिस, शिक्षक एवं अन्य सरकारी विभागों में भर्ती के अलावा होंगी.
इसके अलावा, हमें इस संकल्प पत्र से जुड़ी एक खबर Hindustan पर भी मिली, जिसकी हेडलाइन थी, ''सपा ने जारी किया दस सूत्री संकल्प पत्र, सत्ता में आए तो किसानों को ब्याज मुक्त कर्ज; युवाओं को मिलेंगे लैपटॉप''.
इस खबर में दूसरे एंगल से खींची गई यही फोटो मिली.
रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी ने 10 सूत्री संकल्प पत्र जारी किया है जिसमें वादा किया गया है कि सरकार बनने पर इन संकल्पों को पूरा किया जाएगा. इन संकल्पों को शीघ्र विस्तृत रूप देकर चुनावी घोषणा पत्र जारी किया जाएगा.
दोनों फोटो की तुलना आप नीचे देख सकते हैं.
मतलब साफ है कि अखिलेश यादव के हाथों में पार्टी का 10 सूत्री संकल्प पत्र है, जिसे एडिटिंग की मदद से बदलकर योगी आदित्यनाथ की फोटो वाला एक पोस्टर लगा दिया गया है और झूठे दावे से वायरल किया जा रहा है.
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