सोशल मीडिया पर न्यूजपेपर कटिंग की एक फोटो वायरल है. जिसमें सैयद शुजा नाम के एक स्वघोषित साइबर एक्सपर्ट के बारे में आर्टिकल देखा जा सकता है.
क्या है फोटो में?: फोटो में दिख रहे आर्टिकल में हेडलाइन में लिखा हुआ है, ''साइबर विशेषज्ञ का लंदन हैकथॉन में सनसनीखेज आरोप. ईवीएम (EVM) हैक कर भाजपा (BJP) ने जीता था 2014 चुनाव''
हालांकि, इसके नीचे सबहेडलाइन में ये भी लिखा देखा जा सकता है, ''चुनाव आयोग ने दावा किया खारिज, कानूनी कार्रवाई पर विचार''
ये तो रहा आर्टिकल, लेकिन दावा क्या है?: इस न्यूजपेपर आर्टिकल की कटिंग अभी की खबर की तरह शेयर की जा रही है.
एक यूजर ने लिखा है, ''तकलीफ है कि विपक्ष क्यों इस बात पर ध्यान नहीं देता,,, जबकि अब तो साइबर विशेषज्ञ का लंदन हैकथान में सनसनीखेज आरोप सामने आ गया है कि ईवीएम हैक कर भाजपा ने जीता था 2014 का चुनाव,,,यही सत्य है जिस दिन ईवीएम हटा भाजपा पूरी तरह से बैकफुट पर आ जाएगी'''.
सच क्या है?: हमें वायरल फोटो में दिख रही रिपोर्ट से जुड़ी कई खबरें तो मिलीं, लेकिन ये सारी रिपोर्ट्ल हाल की नहीं, बल्कि 4 साल पुरानी है.
असल में जनवरी 2019 में एक स्वघोषित साइबर एक्सपर्ट ने दावा किया था कि बीजेपी ने 2014 का चुनाव ईवीएम हैंकिंग से जीता था.
तब चुनाव आयोग ने हैकिंग के इस दावे को बेबुनियाद बताया था और सैयद शुजा के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई थी.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: आर्टिकल में किसी साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा की दावों के बारे में बताया गया था. इसलिए, हमने आर्टिकल में लिखी बातों के आधार पर गूगल पर कीवर्ड सर्च किया.
क्विंट हिंदी ने भी की थी रिपोर्ट: हमें क्विंट हिंदी पर भी 21 जनवरी 2021 की रिपोर्ट मिली. इसमें सैयद शुजा के ईवीएम हैकिंग से जुड़े दावे पर विस्तार से जानकारी थी.
क्या था रिपोर्ट में?: रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी ईवीएम एक्सपर्ट सैयद शुजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई दावे किए थे.
शुजा ने कहा था कि 2014 में ईवीएम टेंपरिंग कर बीजेपी ने चुनाव जीता था और कांग्रेस ने ईवीएम हैकिंग के चलते 201 सीटें गंवाई थीं.
साथ ही, शुजा ने गोपीनाथ मुंडे और गौरी लंकेश की हत्या इसलिए हुई थी क्योंकि उन्हें ईवीएम हैकिंग के बारे में पता था.
शुजा ने ये दावा भी किया था कि छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी ने ईवीएम हैकिंग की कोशिश की थी.
इसके अलावा, शुजा ने ये दावा भी किया था कि उन्हें जान से मारने की कोशिश भी की गई थी.
इलेक्शन कमीशन का क्या था कहना?: रिपोर्ट में इलेक्शन कमीशन के बयान के बारे में भी बताया गया है. तब चुनाव आयोग ने इन दावों को गलत बताते हुए कहा था कि ईवीएम हैक नहीं की जा सकती.
हमें 22 जनवरी 2019 का न्यूज एजेंसी ANI का एक ट्वीट भी मिला.
ट्वीट में बताया गया था कि इलेक्शन कमीशन (ECI) ने पुलिस को लेटर लिखकर लंदन में सैयद शुजा के दावों की जांच करने का अनुरोध किया था.
इसके अलावा, हमें इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर 22 जनवरी 2019 का एक प्रेस रिलीज मिला. जिसमें बताया गया था कि इलेक्शन कमीशन ने सैयद शुजा सहित कई और के खिलाफ दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराई है.
इस प्रेस नोट में इलेक्शन कमीशन ने शुजा के दावों को भी खारिज किया था.
निष्कर्ष: साफ है कि वायरल न्यूजपेपर में दिख रहे आर्टिकल में जो पॉइंट्स बताए गए हैं. वो पॉइंट्स हमें दूसरी कई न्यूज रिपोर्ट्स में तो मिले, लेकिन ईवीएम हैक से जुड़ा जो दावा तब स्वघोषित साइबर एक्सपर्ट ने किया था. उसे हाल की रिपोर्ट की तरह पेश किया जा रहा है. ये दावा 4 साल पहले किया गया था
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