सोशल मीडिया पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की एक फोटो वायरल हो रही है. फोटो में सोनिया गांधी के पीछे किताबें रखी दिख रही हैं, वायरल फोटो में इनमें से एक किताब को हाइलाइट कर दिखाया गया है, इस किताब का शीर्षक है - How to convert India into christian country. (हिंदी अनुवाद - भारत को ईसाई देश में कैसे बदला जाए)
दावा
सोशल मीडिया पर फोटो के साथ शेयर किया जा रहा कैप्शन है - फोटो को जूम करके दाहिनी तरफ देखिए एक किताब रखी है जिसका नाम है हाउ टो कन्वर्ट इंडिया. इनटू द क्रिश्चन नेशन
यह है हकीकत सोनिया गांधी वाले कांग्रेस की.
पड़ताल में हमने क्या पाया
वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें हिंदुस्तान टाइम्स की 10 अप्रैल, 2021 की रिपोर्ट में भी यही फोटो मिली. इस फोटो का क्रेडिट न्यूज एजेंसी PTI को दिया गया है. लेकिन इस असली फोटो में पीछे रखी वह किताब नहीं दिख रही जो वायरल फोटो में दिखाई गई है.
दोनों फोटो की तुलना करने पर साफ हो रहा है कि असली फोटो में वो किताब नहीं है, जो वायरल फोटो में दिख रही है.
हमने न्यूज एजेंसी PTI के अर्काइव में ये फोटो सर्च की. अर्काइव में दी गई जानकारी के मुताबिक, फोटो 27 अक्टूबर, 2020 की है जब सोनिया गांधी बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान लोगों को संबोधित कर रही थीं.
'ट्विटर एडवांस सर्च के जरिए' हमें कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से 27 अक्टूबर, 2020 को किया वह ट्वीट भी मिला, जिसमें सोनिया गांधी का लोगों को संबोधित करते हुए ये वीडियो है.
वायरल फोटो और कांग्रेस पार्टी द्वारा शेयर किए गए वीडियो के विजुअल्स को मिलाने पर साफ हो रहा है कि फोटो में एडिटिंग की गई है. असली विजुअल में न तो पीछे ईसा मसीह की मूर्ति है, न ही वह ‘धर्म परिवर्तन’ से जुड़ी वह किताब जिसे वायरल फोटो में हाइलाइट कर दिखाया जा रहा है.
असली विजुअल में How to convert India into christian country शीर्षक वाली किताब सोनिया गांधी के शेल्फ में नहीं है. मतलब साफ है कि सोशल मीडिया पर सोनिया गांधी की अक्टूबर, 2020 की फोटो को एडिट कर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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