ADVERTISEMENTREMOVE AD

'शी जिनपिंग और एंजेला मर्केल ने नहीं मिलाया PM मोदी से हाथ' - यह दावा झूठा

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सोशल मीडिया पर दो अलग-अलग वीडियो वायरल हो रहे हैं. एक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल नजरअंदाज करती दिख रही हैं, तो दूसरे में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jingping) हाथ मिलाने के दौरान नजरअंदाज करते दिखा रहे हैं.

दावा : वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एंजेला मर्केल और शी जिनपिंग ने पीएम मोदी से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया. वीडियो के साथ शेयर हो रहा कैप्शन है “शी जिनपिंग ने मोदी जी से हाथ मिलाने से किया परहेज, मोदी जी का इतना इंसल्ट देखा नहीं जा रहा है."

( ऐसे ही दावे करने वाले अन्य पोस्ट के अर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं. ) इस पोस्ट को X पर दस लाख से ज्यादा बार देखा गया है. इसी तरह के दावों के और भी आर्काइव यहां और यहां देखे जा सक

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सच क्या है?: ये दोनों वीडियो एडिट किए गए हैं. पूरे वीडियो में पीएम मोदी को मर्केल और शी जिनपिंग दोनों से हाथ मिलाते हुए देखा जा सकता है.

पहले वीडियो की डिटेल: हमने “Angela Merkel PM Modi handshake” शब्दों को बतौर कीवर्ड इस्तेमाल किया जिससे हमे इस क्लिप का पूरा वीडियो मिला.

  • यह वीडियो 30 मई 2017 को अपलोड किया गया था और इसकी डिटेल में लिखा था, “प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी और चांसलर एंजेला मर्केल.”

  • इसे The Tribune के आधिकारिक Youtube चैनल पर पोस्ट किया गया था.

  • वीडियो के अंत में, पीएम मोदी और मर्केल को हाथ मिलाते हुए देखा जा सकता है.

न्यूज रिपोर्ट्स: Financial Express में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी मई 2017 में जर्मनी, स्पेन, रूस और फ्रांस के चार देशों के दौरे पर थे. यह तस्वीर बर्लिन में एक अंतर-सरकारी परामर्श के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ली गई थी.

दूसरे वीडियो की डिटेल ?:PM Modi Xi Jinping handshake” जैसे कीवर्ड सर्च करने पर हमें पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति की मुलाकात का असल और पूरा वीडियो मिला.

  • इसे 23 अक्टूबर को ANI न्यूज के आधिकारिक YouTube चैनल पर पोस्ट किया गया था.

  • इसके डिटेल में लिखा गया है, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BRICS शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी शहर कज़ान में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक की.”

  • यह साफ देखा जा सकता है कि दोनों नेताओं ने अपने-अपने देश के राष्ट्रीय ध्वज के सामने एक दूसरे से हाथ मिलाया था.

निष्कर्ष: जाहिर है वीडियो को पीएम मोदी पर कटाक्ष करने के लिए एडिट किया गया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर  9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×