सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक पुलिसकर्मी बुर्का पहने एक शख्स को पकड़ते दिख रहा है. इसे कर्नाटक (Karnataka) का बताकर शेयर किया जा रहा है.
क्या है दावा?: वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि इन्हें पुलिस पर पथराव करने और मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने की कोशिश करने के आरोप में पकड़ा गया है.
हाल में ही कर्नाटक चुनाव (Karnataka Elections) के नतीजे आए हैं. ऐसे में दावा शेयर कर कर्नाटक विधानसभा चुनाव से जुड़े हैशटैग के साथ ये वीडियो शेयर किया जा रहा है.
सच क्या है?: वायरल हो रहा वीडियो अगस्त 2020 का है और आंध्र प्रदेश के कुर्नूल का है.
तब कुर्नूल पुलिस ने बुर्का पहनकर शराबर ले जाने की कोशिश कर रहे कई लोगों को पकड़ा था.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल कर हमने वीडियो के कई कीफ्रेम निकालकर, उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
इससे हमें अगस्त 2020 में फेसबुक पर अपलोड किया गया यही वीडियो मिला. जिसमें घटना को आंध्र प्रदेश के कुर्नूल का बताया गया था.
कीवर्ड सर्च करने पर, हमें ETV Andhra Pradesh के ऑफिशियल यूट्यूब हैंडल पर 7 अगस्त 2020 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला.
वीडियो का टाइटल था, ''कुर्नूल जिले में बुर्का पहनकर अवैध शराब ले जाते कई गिरफ्तार''.
वीडियो के मुताबिक, आरोपियों के बैग की जांच करने पर पुलिस को शराब की कई बोतलें मिलीं.
क्विंट ने कुर्नूल के एसपी से संपर्क किया, जिन्होंने मामले से जुड़ी इस जानकारी की पुष्टि की.
पहले भी हम कर चुके हैं इस वीडियो का फैक्ट चेक: हमने इस वीडियो का फैक्ट चेक 2020 में भी किया था. तब वीडियो को इस गलत दावे से शेयर किया गया था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक शख्स को पाकिस्तानी झंडा लहराते हुए पकड़ा गया था.
निष्कर्ष: वीडियो आंध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले का है और पुराना है. इसका कर्नाटक में हुए चुनावों से कोई संबंध नहीं है. न ही इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल है.
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