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साधु को जूस पिलाती मुस्लिम महिला का स्क्रिप्टेड वीडियो असली बताकर वायरल

ये वीडियो मनोरंजन और शिक्षा के उद्देश्य से बनाया गया है, जिसे लोग सही घटना का समझकर शेयर कर रहे हैं.

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बुर्का (Burqa) पहनी एक महिला भगवा कपड़ों में एक बुजुर्ग को जूस के ठेले से जूस लेकर देती देखी जा सकती है. इसे वीडियो को असली घटना का बताकर ये दावा किया जा रहा है कि महिला दूसरे धर्म से होने के बावजूद एक साधु के ऊपर दया दिखा रही है.

हालांकि, हमने पाया कि वीडियो स्क्रिप्टेड है. इसे सबसे पहले एक ऐसे फेसबुक पेज पर शेयर किया गया था, जिसमें ''स्क्रिप्टेड ड्रामा और पैरोडी'' देखे जा सकते हैं.

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दावा

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने वीडियो शेयर कर दावा किया कि धार्मिक मतभेदों से परे दया दिखाती वास्तविक घटना है.

ये वीडियो मनोरंजन और शिक्षा के उद्देश्य से बनाया गया है, जिसे लोग सही घटना का समझकर शेयर कर रहे हैं.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

ऐसे ही दूसरे पोस्ट के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

ऐसी ही दावे के साथ शेयर किए गए एक पोस्ट में हमें एक लिंक मिला, जिससे हम फेसबुक यूजर 'Hamsa Nandini' के ''दूसरे ओरिजिनल वीडियो'' तक पहुंचे.

ये वीडियो मनोरंजन और शिक्षा के उद्देश्य से बनाया गया है, जिसे लोग सही घटना का समझकर शेयर कर रहे हैं.

यहां से दूसरे फेसबुक पेज पर पहुंचे

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

हमें इस पेज पर वही वायरल वीडियो मिला, जिसे 2019 में शेयर किया गया था. वीडियो को इस टेक्स्ट के साथ शेयर किया गया था, "entertainment & educational purposes only!" जिसका मतलब है कि ये वीडियो ''सिर्फ मनोरंजन और शैक्षिक उद्देश्यों'' के लिए बनाया गया है.

ये वीडियो मनोरंजन और शिक्षा के उद्देश्य से बनाया गया है, जिसे लोग सही घटना का समझकर शेयर कर रहे हैं.

कैप्शन के मुताबिक ये वीडियो शिक्षा के उद्देश्य से बनाया गया था

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक/Altered by The Quint)

हमने देखा कि वीडियो के आखिर में भी वही टेक्स्ट दिख रहा है, जिसमें लोगों को सूचित किया जा रहा है कि वीडियो ''सिर्फ शैक्षिक उद्देश्यों के लिए'' बनाया गया है.

ये वीडियो मनोरंजन और शिक्षा के उद्देश्य से बनाया गया है, जिसे लोग सही घटना का समझकर शेयर कर रहे हैं.

वीडियो के आखिर में बताया जा रहा है कि ये शैक्षिक उद्देश्यों के लिए बनाया गया है

(सोर्स: फेसबुक/Altered by The Quint)

क्विंट की वेबकूफ टीम ने पहले भी ऐसे कई स्क्रिप्टेड वीडियो की पड़ताल की है. इनमें से कुछ Hamsa Nandini के पेज पर मिले थे.

मतलब साफ है कि सोशल मीडिया पर शैक्षिक उद्देश्यों के लिए बनाए गए एक स्क्रिप्टेड वीडियो को असली घटना का मानकर शेयर किया जा रहा है.

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