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Chhattisgarh: CM भूपेश बघेल ने सोने की माला पहनाकर नहीं किया मेहमानों का स्वागत

वीडियो में जो माले दिख रहे हैं वो सोने के नहीं, बल्कि खास तरह की घास से तैयार किए गए हैं. इन मालाओं को बीरन कहते हैं

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छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो कांग्रेस नेताओं को माला पहनाकर स्वागत करते देखे जा सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि रायपुर में पार्टी के 85वें अधिवेशन के दौरान सीएम ने सोने की चेन पहनाकर मेहमानों का स्वागत किया.

वीडियो में जो माले दिख रहे हैं वो सोने के नहीं, बल्कि खास तरह की घास से तैयार किए गए हैं. इन मालाओं को बीरन कहते हैं

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

इस दावे को कई यूजर्स ने शेयर किया है.

वीडियो में जो माले दिख रहे हैं वो सोने के नहीं, बल्कि खास तरह की घास से तैयार किए गए हैं. इन मालाओं को बीरन कहते हैं

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने शेयर किया ये दावा

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर/फेसबुक)

(ऐसे और भी पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)

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सच क्या है?: सीएम बघेल ने मेहमानों का स्वागत घास और खिरसाली नाम के पेड़ से बनी माला पहनाकर किया, न कि सोने की चेन पहनाकर.

हमने सच का पता कैसे लगाया?: सीएम बघेल ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर वीडियो डालकर माले पर स्पष्टीकरण दिया है.

  • 'बैगा' समुदाय से आने वाले इतवारी राम मछिया नाम के एक शख्स को बीरन नाम की माला के बारे में बात करते सुना जा सकता है.

  • शख्स का कहना है कि वीडियो में दिख रही माला घास और खिरसाली के पेड़ से तैयार की गई है.

  • मछिया वीडियो में सम्मेलन के दौरान माला का इस्तेमाल करने के लिए सीएम बघेल को धन्यवाद और अपने समुदाय के लोगों को बधाई देते भी दिख रहे हैं.

  • वीडियो में एक महिला को माला बनाते हुए भी देखा जा सकता है.

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बैगा जनजाति के बारे में? हमने इस समुदाय के बारे में भी जानकारी सर्च की. हमें MP Tourism की वेबसाइट पर पब्लिश एक ब्लॉग मिला. यहां हमें इस समुदाय के लोगों को एक ही तरह की माला पहने कई तस्वीरें मिलीं.

वीडियो में जो माले दिख रहे हैं वो सोने के नहीं, बल्कि खास तरह की घास से तैयार किए गए हैं. इन मालाओं को बीरन कहते हैं

दोनों तस्वीरों की तुलना करने पर माला की समानता देखी जा सकती है.

(फोटो: Altered by The Quint)

दावे पर कांग्रेस का क्या है कहना?: क्विंट ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के सचिव विनीत पुनिया से भी बात की, जो इस सम्मेलन में मौजूद थे.

उन्होंने कहा, ''ये दावा गलत है की सीएम बघेल ने सोने की चेन पहनाकर मेहमानों का स्वागत किया. इसे स्थानीय लोगों ने घास से बनाया था.''

  • कवर्धा पीआरओ गुलाब डडसेना ने कहा, ''सीएम बघेल कवर्धा में एक शादी में शामिल हुए थे, जहां उनका स्वागत इसी तरह की माला से किया गया था. उन्हें माला पसंद आई और उन्होंने उसे पार्टी के अधिवेशन में मेहमानों के स्वागत में इस्तेमाल करने का फैसला किया.''

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कांग्रेस के सत्र के बारे में: ये एक तीन दिवसीय सम्मेलन था जिसमें अलग-अलग राज्यों के करीब 15000 से प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. इसमें मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मीरा कुमार जैसे नेता भी इसमें शामिल हुए थे. इसका उद्देश्य आगामी चुनावों को लेकर रोडमैप तैयार करना था.

निष्कर्ष: ये दावा गलत है कि कांग्रेस के अधिवेशन के दौरान सीएम बघेल ने मेहमानों का स्वागत सोने की चेन पहनाकर किया.

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