सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट शेयर कर दावा किया जा रहा है कि चिकन खाने से कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के संक्रमण का खतरा है. NDTV के लोगो वाले स्क्रीनशॉट में लिखा है कि तेलंगाना सरकार ने पोल्ट्री फार्म को 'संक्रमण संभावित क्षेत्र' घोषित किया है. इस स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए ओमिक्रॉन से बचने के लिए चिकन न खाने की सलाह दी जा रही है.
हालांकि, हमारी पड़ताल में ये दावा गलत निकला, NDTV की वेबसाइट पर ऐसी कोई खबर नहीं छपी है. कुछ महीनों पहले भी ऐसे ही एक एडिटेड स्क्रीनशॉट के आधार पर ये दावा किया गया था कि चिकन खाने से ब्लैक फंगस का खतरा है.
फोर्टिस हॉस्पिटल में प्लमोनोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रवि शेखर झा ने भी क्विंट से बातचीत में इस दावे को फेक बताया कि चिकन खाने से ओमिक्रॉन के संक्रमण का खतरा है.
दावा
NDTV के बताए जा रहे इस स्क्रीनशॉट में ऊपर लिखे टेक्स्ट का हिंदी अनुवाद कुछ यूं होगा - फार्म चिकन फैला रहा है ओमिक्रॉन का संक्रमण. आगे लिखा है कि तेलंगाना सरकार ने पोल्ट्री फॉर्म को संक्रमित एरिया घोषित कर दिया है. कृपया कुछ दिनों के लिए फार्म चिकन न खाएं.
वॉट्सऐप पर भी ये स्क्रीनशॉट काफी शेयर किया जा रहा है.
चिकन का ओमिक्रॉन के संक्रमण से नहीं कोई संबंध
हमने यूनाइटेड स्टेट्स (US) की शीर्ष रिसर्च संस्था सेंटर फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, कोरोनावायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट ओरिजनल SARS-CoV-2 की तुलना में तेजी से फैलता है. हालांकि ये डेल्टा वैरिएंट से तेज है या नहीं इसके प्रमाण अभी नहीं मिले हैं.
CDS के मुताबिक वैक्सीन ले चुके लोगों पर ओमिक्रॉन किस हद तक असर करता है ये पता लगाना अभी बाकी है. हालांकि, वेबसाइट पर कहीं भी ये जिक्र नहीं है कि किसी विशेष चीज को खाने से ओमिक्रॉन फैलता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी ओमिक्रॉन से जुड़ी जानकारी वाले पेज पर कहीं ये उल्लेख नहीं है कि चिकन खाने से इसका संक्रमण बढ़ता है.
हमने इस दावे के सच होने की संभावना के बारे में जानने के लिए फोर्टिस हॉस्पिटल के पल्मोनोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रवि शेखर झा से संपर्क किया. उन्होंने क्विंट से बातचीत में ये पुष्टि की कि चिकन खाने से ओमिक्रॉन से संक्रमित होने का खतरा नहीं है.
चिकन खाने का ओमिक्रॉन के संक्रमण से कोई संबंध नहीं है. अगर मुर्गा - मुर्गी किसी बीमारी से संक्रमित था भी, तो भी ये मानव शरीर के फेफड़ों को संक्रमित नहीं करेगा.डॉ. रवि शेखर झा, फोर्टिस हॉस्पिटल, फरीदाबाद
NDTV की इस रिपोर्ट का सच क्या है ?
हमें NDTV की वेबसाइट पर छपी ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जैसा कि वायरल स्क्रीनशॉट में दावा किया गया है. वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें यही फोटो NDTV की 8 मई, 2021 की एक रिपोर्ट में मिली.
ये रिपोर्ट मुर्गे - मुर्गियों में बर्ड फ्लू के संक्रमण को लेकर है, न की कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर. रिपोर्ट में बताया गया है कि पंजाब के लुधियाना में एक पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू पाया गया.
2021 में इसी स्क्रीनशॉट को एडिट कर ये भ्रामक दावा किया गया था कि चिकन खाने से ब्लैक फंगस का खतरा है. क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस दावे की पड़ताल भी की थी.
(ये वीडियो द क्विंट के कोविड-19 और वैक्सीन पर आधारित फैक्ट चेक प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए शुरू किया गया है.)
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