सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें कुछ पुलिस वाले और कुछ लड़कियों के साथ और भी लोग दिख रहे हैं. फोटो में लड़की के चेहरे पर दूसरी लड़की हाथ से नोचते हुए दिखाई दे रही है. फोटो के साथ ये दावा शेयर किया जा रहा है कि Kashmir में मुस्लिमों के साथ ऐसा बुरा बर्ताव किया जा रहा है.
हालांकि, वेबकूफ टीम ने पड़ताल में पाया कि ये फोटो कश्मीर की नहीं, बल्कि दिल्ली के रामजस कॉलेज की है, जहां साल 2017 में AISA और ABVP जैसे संगठनों के बीच विवाद हुआ था.
दावा
AyFer Forever नाम के एक ट्विटर यूजर ने फोटो शेयर कर दावे में लिखा, ''किसी के मुस्लिम होने का मतलब ये तो नहीं कि उनके साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया जाए.''
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने फोटो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा. हमें Hindustan Times का 6 मार्च 2017 का एक आर्टिकल मिला. आर्टिकल की हेडलाइन थी, 'Ramjas protest: Teachers, students, journalists beaten up in clash with ABVP'.
आर्टिकल में इसी फोटो का इस्तेमाल किया गया था.
फोटो के कैप्शन के मुताबिक इस फोटो को 22 फरवरी 2017 को राज के राज ने खींचा था. कैप्शन में ये भी बताया गया था कि AISA और SFI के सदस्यों ने ABVP के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कैंडल मार्च किया था.
हमें Hindustan Times पर इस फोटो के साथ इसी घटना से जुड़ी एक और रिपोर्ट मिली.
क्या कहना है रिपोर्ट्स का?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामजस कॉलेज में 21 फरवरी 2017 को 'कल्चर ऑफ प्रोटेस्ट' नाम का एक कॉन्फ्रेंस आयोजित किया जाना था. इसमें JNU के पूर्व छात्र उमर खालिद और शेहला राशिद को बुलाया गया था. हालांकि, ABVP विरोध के बाद इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया.
इससे नाराज AISA से जुड़े लोगों ने कार्यक्रम को रद्द किए जाने का विरोध में प्रोटेस्ट किया. इसके बाद, अगले दिन ABVP के सदस्यों ने कथित तौर पर रामजस कॉलेज के छात्रों पर हमला कर दिया. जिससे दोनों छात्र गुटों में हिंसक झड़प हो गई.
हमें इस घटना से जुड़ी एक रिपोर्ट क्विंट पर भी मिली. रिपोर्ट के मुताबिक इस हिंसक झड़प में कई प्रोफेसर और स्टुडेंट्स के साथ-साथ क्विंट के एक पत्रकार पर भी हमला किया गया था.
हमें इस घटना से जुड़ी और भी रिपोर्ट्स मिलीं. जिनमें वही सारी जानकारी बताई गई थी, जो ऊपर बताई जा चुकी है.
मार्च 2017 के Daily Mail के एक आर्टिकल में भी इसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था.
मतलब साफ है कि दिल्ली के कॉलेज में हुए एक प्रोटेस्ट के बाद छात्र संगठनों के बीच हई मारपीट की एक तस्वीर, कश्मीर के हालिया हालात की बताकर गलत दावे से शेयर की जा रही है.
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